Greater Noida News : नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से जुड़ी दो बड़ी महत्वपूर्ण अपडेट मिली है। यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी से मिली जानकारी के मुताबिक़ ज़ेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन पूरा कर लिया गया है। अब इस इमारत के इंटीरियर का काम शुरू होगा, जो अगले 4 महीनों में पूरा कर लिया जाएगा। दूसरी तरफ़ एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया ने हवाईअड्डे के रनवे पर उपकरण लगाने का काम शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि क़रीब दो महीने पहले रनवे का निर्माण पूरा हो गया था।
एयरपोर्ट पर 3 हिस्सों में निर्माण चल रहा
यमुना प्राधिकरण से मिली जानकारी के मुताबिक़ ज़ेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कंस्ट्रक्शन टाइम लाइन के मुताबिक़ चल रहा है। पहले चरण में मुख्य रूप से 3 हिस्सों में निर्माण चल रहा है। पहले हिस्से में टर्मिनल बिल्डिंग, दूसरे में रनवे और तीसरे हिस्से में एयर ट्रैफ़िक कंट्रोल की बिल्डिंग शामिल है। क़रीब 2 महीने पहले एटीसी बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन पूरा हो गया था। उसके साथ ही रनवे का काम भी पूरा कर लिया गया था। अब टर्मिनल बिल्डिंग का कंस्ट्रक्शन पूरा हो गया है।
पायलट की मदद के लिए काम शुरू
बताया गया है कि रनवे पर उपकरण लगाने का काम एयरपोर्ट अथॉरिटी ने शुरू कर दिया है। इनमें रिफ्लेक्टर और साइनेज जैसे उपकरण शामिल है। हवाई जहाज़ की उड़ान और लैंडिंग के वक़्त ये उपकरण पायलट की मदद करते हैं। रनवे पर उपकरण लगाने के बाद इसका काम पूरा हो जाएगा। दूसरी तरफ़ एटीसी बिल्डिंग में ही मशीनें लगायी जा रही है। टर्मिनल बिल्डिंग भी अगले चार महीने में पूरी हो जाएगी। उम्मीद है कि मार्च या अप्रैल महीने में जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर टेस्टिंग फ़्लाइट शुरू हो सकती है।
नोएडा एयरपोर्ट को DXN नाम से जानेगी दुनिया
पूरी दुनियाभर में जितने भी एयरपोर्ट हैं। उनका एक कोड होता है, जिसको इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन देता है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए तीन नाम भेजे गए थे। जिनमें से DXN नाम फाइनल किया गया है। अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कोड वर्ड DXN (डीएक्सएन) होगा। नोएडा एयरपोर्ट को अब पूरी दुनिया में डीएक्सएन नाम से जाना जाएगा। अगर आप फ्लाइट बुकिंग करते हो तो आपको डीएक्सएन एयरपोर्ट से बुकिंग करनी पड़ेगी। इसके अलावा दिन-रात नोएडा एयरपोर्ट की साइट पर काम चल रहा है। करीब 7800 कर्मचारी योगी आदित्यनाथ का सपना पूरा करने के लिए मजदूर के रूप में काम कर रहे हैं।