गौतमबुद्ध नगर का स्क्रैप माफिया : कड़ी सुरक्षा के बीच रवि काना को गोदाम पर ले गई पुलिस, ऐसा गुजरा कस्टडी का पहला दिन

Tricity Today | रवि काना



Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर पुलिस रवि काना के सभी काले कारनामों की जांच कर रही है। बुधवार से रवि काना की 5 दिन के लिए पुलिस कस्टडी मिल गई है। पहले दिन पुलिस रवि काना को उसके ठिकानों पर लेकर गई। इस दौरान रवि काना की कड़ी सुरक्षा थी। रवि के चारों तरफ पुलिस की पहरेदारी काफी संख्या में थी। 

सुबह 10 बजे जेल से रवि काना को उठाया
बुधवार की सुबह करीब 10:00 बजे नॉलेज पार्क थाना पुलिस लुक्सर जेल पहुंची। वहां से मेडिकल जांच के बाद रवि काना को गाड़ी में बैठकर बिसरख और इकोटेक-1 थाना क्षेत्र में स्थित उसके ठिकानों पर लेकर गई, जहां पर रवि काना का स्क्रैप का गोदाम है। पुलिस ने रवि काना के ठिकानों पर दस्तावेजों की जांच की थी।

सुंदर भाटी के निशाने पर रवि काना
रवि काना को सुंदर भाटी गैंग से खतरा है। सुंदर भाटी के निशाने पर रवि काना है। वह किसी भी तरीके से उसकी जान ले सकता है। यह बात अदालत के सामने वकील के द्वारा पेश किया गया और अदालत ने इस बात को मान भी लिया। अदालत ने दलील स्वीकार करते हुए कहा है कि अब जो भी सुनवाई होगी, वह ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की जाएगी। 

रवि काना और काजल झा की गिरफ्तारी से जेल जाने तक का सफर
रवि और काजल की गिरफ्तारी 23 अप्रैल को थाईलैंड के बैंकॉक से हुई थी। पुलिस ने दोपहर करीब 1:00 बजे दोनों को गिरफ्तार किया था। उसके बाद 25 अप्रैल की रात 11:30 बजे दोनों दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां पर 26 अप्रैल की सुबह करीब 2:30 बजे इमीग्रेशन की कार्रवाई पूरी हुई। 26 अप्रैल की सुबह 7:30 बजे नोएडा पुलिस को सूचना मिली। उसके बाद 26 अप्रैल की दोपहर 2:00 बजे नोएडा पुलिस की टीम एयरपोर्ट पर पहुंची। शाम 4:00 बजे दोनों को पुलिस नॉलेज पार्क थाने लेकर आई और पूछताछ शुरू की गई। उसके बाद 27 अप्रैल की दोपहर 2:00 बजे रवि काना और काजल झा को जिला अदालत में पेश किया गया। वहां से दोनों को जेल भेज दिया। 

कौन है रवि काना
रवि काना हरेंद्र प्रधान दादुपुर का छोटा भाई है। हरेंद्र प्रधान की हत्या वर्ष 2015 में सुंदर भाटी ने करवाई थी। हरेंद्र नागर हत्याकांड गौतमबुद्ध नगर के चर्चित हत्याकांड में शामिल है। हरेंद्र नागर की हत्या होने के बाद स्क्रैप और सरिया तस्करी का सारा काम रवि काना ने संभाल लिया। हरेंद्र प्रधान हत्याकांड के बाद रवि काना ने अपनी जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा मांगी और सरकार ने रवि काना को पुलिस सुरक्षा दी। सुरक्षा मिलने के बाद रवि ने इसका दुरुपयोग किया। रवि काना ने स्क्रैप माफिया और तस्करी के लिए पुलिस सुरक्षा का इस्तेमाल किया था। रवि के अलावा उसकी भाभी यानी कि हरेंद्र नागर की बीवी बेवन नागर और भाई राजकुमार नागर को भी पुलिस सुरक्षा मिली। हालांकि, रेप का मुकदमा दर्ज होने से करीब 6 महीने पहले रवि काना की पुलिस सुरक्षा हटा ली गई थी।

स्क्रैप की दुनिया में रवि काना कैसे बना बादशाह?
स्क्रैप माफिया रवि काना ने पुलिस सुरक्षा में रहते हुए काफी बड़े अपराध किया। इस समय रवि के खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज हैं। 10 मुकदमे दर्ज होने तक तो रवि काना बाहुबली बनाकर घूमता रहा, लेकिन 11वां मुकदमा दर्ज होने के बाद रवि काना के उल्टे दिन शुरू हो गए रवि काना को गौतमबुद्ध नगर में स्क्रैप की दुनिया का बादशाह भी कहा जाता है।

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