Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जहां कुछ अधिकारी और कर्मचारी अपना कार्यकाल समाप्त होने के बावजूद भी पदों पर बने हुए हैं। इस मामले में राजेंद्र सिंह (Rajendra Singh) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर शिकायत की है।
ये है पूरा मामला
मामले के अनुसार, मार्च 2024 में विभिन्न विभागों में नियुक्तियां की गईं थीं। वित्त विभाग में दो सहायक लेखाकार - मुकेश कुमार शर्मा और संजीव कुमार जैन को 7 मार्च को तैनात किया गया। इसी तरह अरुण कुमार गुप्ता को किसान आबादी छह प्रतिशत में सहायक लेखाकार के पद पर नियुक्त किया गया था। इन सभी की नियुक्तियां मात्र छह माह के लिए की गई थीं।
अधिकारी पर गंभीर आरोप
शिकायतकर्ता का आरोप है कि इन अधिकारियों का कार्यकाल दो महीने पहले ही समाप्त हो चुका है, लेकिन ये अभी भी नियमित रूप से कार्यालय आ रहे हैं। विशेष रूप से, वित्त विभाग के डीजीएम द्वारा मुकेश कुमार शर्मा और संजीव कुमार जैन को अपनी ओर से वेतन दिया जा रहा है। गंभीर आरोप है कि ये अधिकारी काली कमाई में संलिप्त हैं। इसी प्रकार, छह प्रतिशत आबादी विभाग में अरुण कुमार गुप्ता भी बिना किसी वैध नियुक्ति के काम कर रहे हैं। आरोप है कि इन्हें उच्च अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।
मुख्यमंत्री से इस मामले की एसआईटी जांच कराने की मांग
चिंताजनक बात यह है कि वित्त विभाग के डीजीएम, जिन्हें उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी मनोज कुमार सिंह द्वारा पद से हटाया जा चुका है, वे भी अभी तक अपने पद पर कार्यरत हैं। उनके पास प्रोजेक्ट विभाग का कार्यभार है, जिसमें ठेकेदारों से अवैध वसूली का आरोप है। राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री से इस मामले की एसआईटी जांच कराने और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यह मामला प्राधिकरण में व्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को उजागर करता है, जिस पर तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता है।