गुरुग्राम में सीबीआई का साइबर अपराधियों पर अटैक : विदेशियों को चूना लगाने वाले कॉल सेंटर का भंडाफोड़, जानिए कैसे देते थे वारदात को अंजाम

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Gurugram News : साइबर क्राइम का अपराध दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही चला जा रहा है। इसे लेकर सीबीआई भी ठोस कदम उठा रही है। ऐसा ही एक कदम गुरुग्राम में एक कॉलसेंटर पर उठाया गया, जहां 43 संदिग्ध साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। अधिकारियों के मुताबिक ये ये साइबर अपराधी विदेशी नागरिकों के कंप्यूटरों से जुड़ी समस्याओं को सुलझाने का वादा करके उनसे धोखाधड़ी करते थे और पैसा वसूलते थे।


कैसे करते थे ठगी
सीबीआई ने गुरुग्राम की DLF साइबर सिटी से संचालित ‘इनोसेंट टेक्नोलॉजी (ओपीसी) प्राइवेट लिमिटेड’ नामक एक कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसके कार्यालय पर छापा मारा। एक विशेष कार्यबल कॉलसेंटर पहुंचा, जहां उसे कई कर्मचारी ‘लाइव’ साइबर अपराध गतिविधियों में लगे हुए मिले। जिसके चलते टास्क फोर्स को आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने योग्य सामग्री भी हाथ लग गई। सीबीआई ने आरोपियों की ठगी करनेका तरीका बताते हुए कहा कि, कॉल सेंटर के कर्मचारी साइबर सुरक्षा विशेषज्ञ बनकर विदेश में रहने वाले लोगों को निशाना बनाते थे। 

‘ऑपरेशन चक्र-तीन’ रहा सफल
सीबीआई ने ‘ऑपरेशन चक्र-तीन’ के तहत यह कार्रवाई की है, जिसका लक्ष्य 2022 सेविभिन्न देशों सेसंचालित ऑनलाइन वित्तीय अपराध नेटवर्क को तोड़ना है। सीबीआई नेदिल्ली, गुरुगुग्राम और नोएडा में 7 स्थानों पर कार्रवाई करतेहुए तलाशी ली।

क्या किया जब्त
अधिकारियों ने बताया कि छापे के दौरान सीबीआई ने 130 कंप्यूटर हार्डडिस्क, 65 मोबाइल, पांच लैपटॉप, अभियोजन योग्य सामग्री, वित्तीय लेन-देन विवरण, कॉल रिकार्डिंग्स और पीड़ितों की जानकारियां, लोगों को शिकार बनाने के लिए बातचीत के लिप्यांतरण आदि जब्त किए।

सीबीआई का बयान
सीबीआई इस संबंध में सुराग और आगे की कार्रवाई के लिए इंटरपोल के माध्यम से एफबीआई एवं कई देशों की कानून लागू करने वाली एजेंसियों के साथ सक्रियता से समन्वय कर रही है।

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