Gurugram News : गुरुग्राम से एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है, जो शहर के हजारों कूड़ा बीनने वाले श्रमिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाली है। गुरुग्राम नगर निगम क्षेत्र के पांच हजार से अधिक कूड़ा बीनने वाले श्रमिक अब केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी 'नमस्ते योजना' का हिस्सा बनेंगे।
नगर निगमों को योजना लागू करने के दिए गए निर्देश
'नमस्ते योजना' का पूरा नाम 'नेशनल एक्शन फॉर मैकेनाइज्ड सैनिटेशन इकोसिस्टम' है। यह योजना मूल रूप से सीवर और सेप्टिक टैंक श्रमिकों के कल्याण के लिए शुरू की गई थी। अब इसमें कूड़ा बीनने वाले श्रमिकों को भी शामिल किया जा रहा है। हाल ही में हुई स्थायी वित्त समिति की बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई है। शहरी स्थानीय निकाय विभाग को इसकी अधिसूचना जारी कर दी गई है और प्रदेश के सभी नगर निगमों को योजना को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस योजना के तहत कूड़ा बीनने वाले श्रमिकों को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे:
पीपीई किट और सुरक्षा उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे।
स्वास्थ्य बीमा कवरेज प्रदान किया जाएगा।
व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा।
स्वच्छता से संबंधित वाहनों और मशीनों के लिए सब्सिडी मिलेगी।
अपना स्वयं का स्वच्छता उद्यम शुरू करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा।
योजना का मुख्य उद्देश्य कूड़ा बीनने वाले श्रमिकों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन प्रणाली में एकीकृत करना है। इससे न केवल उनकी आजीविका सुरक्षित होगी, बल्कि उनके काम को सम्मान और मान्यता भी मिलेगी।