हरियाणा के 10 जिलों में मौसम विभाग का अलर्ट : बारिश की वजह से पांच लोगों की हुईं मौत, जानिए आने वाले दिनों का हाल

Google Image | Symbolic Image



Gurugram News : हरियाणा में मानसून ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने प्रदेश के 10 जिलों में बारिश का अलर्ट जारी किया है, जिसमें इंद्री, रादौर, थानेसर, शाहाबाद, अंबाला, कालका, बराड़ा, जगाधरी, नारायणगढ़ और पंचकूला शामिल हैं। विभाग का अनुमान है कि इन क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ-साथ गरज-चमक और बिजली गिरने की भी संभावना है।

बारिश से पांच लोगों की मौत 
रविवार की सुबह पंचकूला और पानीपत में बूंदाबांदी ने लोगों को राहत दी, लेकिन चिंता का विषय यह है कि प्रदेश के 6 जिलों में अब तक सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि 17-18 सितंबर तक प्रदेश में मौसम खराब रह सकता है। पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक बारिश गुरुग्राम में हुई, जहां 81.5 मिमी वर्षा दर्ज की गई। इस बारिश ने जानलेवा रूप भी ले लिया है। पिछले दो दिनों में बारिश से संबंधित घटनाओं में 5 लोगों की मौत हो चुकी है। करनाल के नीलोखेड़ी में एक दर्दनाक घटना में पेड़ गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई, जबकि फरीदाबाद में बरसाती पानी में डूबी कार में फंसे दो बैंक कर्मचारियों की मौत हो गई।

रुक-रुक कर तेज हवाएं, गरज के साथ बौछारें
हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के कृषि मौसम विज्ञान विभाग के अध्यक्ष डॉ. मदन लाल खीचड़ ने बताया कि अरब सागर से आ रही नम हवाओं के कारण मानसूनी गतिविधियां और बढ़ सकती हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि 18 सितंबर तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में रुक-रुक कर तेज हवाएं, गरज के साथ बौछारें, और कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।

अचानक आने वाली भारी बारिश चिंता का विषय 
इस वर्ष मानसून का व्यवहार अनोखा रहा है। जुलाई में पिछले पांच वर्षों की तुलना में सबसे कम बारिश दर्ज की गई, जो मात्र 97.9 मिमी थी। यह कम बारिश किसानों के लिए चिंता का विषय बन गई है, विशेषकर धान उत्पादकों के लिए, जिन्हें सिंचाई के लिए ट्यूबवेल पर निर्भर रहना पड़ रहा है। हालांकि, मानसून सीजन में अब तक 390.4 मिमी बारिश हो चुकी है, जो सामान्य 401.1 मिमी से केवल 3 प्रतिशत कम है। यह आंकड़ा राहत देने वाला है, लेकिन मौसम की अनिश्चितता और अचानक आने वाली भारी बारिश चिंता का विषय बनी हुई है।

अन्य खबरें