बड़ी खबरः नोबेल पुरस्कार विजेता फ्रांसीसी वैज्ञानिक का दावा- ‘वैक्सीनेशन की वजह से बना कोविड का नया वैरियंट, इतिहास हमें माफ नहीं करेगा’

विदेश | 3 साल पहले | Anika Gupta

Google Image | Luc Montagnier



फ्रांसीसी वायरोलॉजिस्ट और नोबेल पुरस्कार विजेता ल्यूक मॉन्टैग्नियर (Luc Montagnier) ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है। उन्होंने कोविड महामारी के दौर में इस वायरस के खिलाफ पूरी दुनिया में जारी टीकाकरण को ऐतिहासिक भूल करार दिया। उनका कहना है कि इसी के चलते नए वेरिएंट्स का निर्माण हो रहा है। इससे मौतें भी हो रही हैं। लाइफसाइट न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है। इसमें कहा गया है कि "यह एक बहुत बड़ी गलती है। न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, बल्कि चिकित्सकीय दृष्टिकोण से भी यह एक भूल है। इसे स्वीकारा नहीं जा सकता है।" 

मॉन्टैग्नियर ने अपने एक इंटरव्यू में यह दावा किया है। इसे अमेरिका के रेयर फाउंडेशन में अनुवाद कर प्रकाशित किया गया है। पूरी दुनिया पिछले एक साल से ज्यादा वक्त से कोरोना वायरस महामारी की चपेट में है। इस वायरस को लेकर तमाम थ्योरिज पेश की गईं। फिर पूरी दुनिया का ध्यान इससे बचाव के लिए वैक्सीन बनाने की तरफ गया। अब इन महामारी से बचाव के लिए सिर्फ वैक्सीन को प्रभावी माना जा रहा है। दुनिया के सारे देश अपने लोगों को टीके की डोज देने में जुटे हैं। ऐसे वक्त में ल्यूक मॉन्टैग्नियर का यह दावा चिंता का सबब है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि, "इतिहास की किताबों में इस गलती का जिक्र होगा। क्योंकि इसी वैक्सीनेशन के चलते वेरिएंट्स बन रहे हैं।" उन्होंने इस महीने की शुरूआत में होल्ड-अप मीडिया के पियरे बार्नरियास के साथ हुए एक साक्षात्कार में कहा, "महामारी के महारथी कई वैज्ञानिक इस तथ्य से अवगत हैं। यह जानते हुए भी चुप हैं कि एंटीबॉडी से निर्भरता में वृद्धि होती है। यह वायरस द्वारा उत्पादित एंटीबॉडी ही है, जो संक्रमण को और मजबूत बनाता है।"

उन्होंने पूछा कि "वैक्सीनेशन से होगा क्या? क्या वायरस मर जाएगा? क्या कोई और समाधान ढूंढ़ लेगा? यह स्पष्ट है कि नए वेरिएंट टीकाकरण के कारण एंटीबॉडी-मिडिएटेड सेलेक्शन की वजह से बने हैं।" साल 2008 में चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार जीत चुके इस वैज्ञानिक ने कहा, "किसी महामारी के दौरान टीकाकरण अकल्पनीय है। यह मौत का कारण बन सकता है।" रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने यह भी कहा, "नए वेरिएंट्स टीकाकरण का ही परिणाम हैं। आप हर देश में ऐसा देख सकते हैं। वैक्सीनेशन के बाद भी मौतें हो रही हैं।"

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