Lucknow : साफ-सुथरी छवि के हैं आईपीएस डीएस चौहान, इस बड़े रैकेट का खुलासा कर चर्चा में आए थे

लखनऊ | 2 साल पहले | Sandeep Tiwari

Google Image | Devendra Singh Chauhan



Lucknow : उत्तर प्रदेश सरकार ने गुरुवार को देवेंद्र सिंह चौहान को राज्य के डीजीपी का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा है। डीएस चौहान लंबे समय से डीजी इंटेलीजेंस जैसे महत्वपूर्ण पद पर तैनात रहें हैं। साथ ही वह एसटीएफ जैसी महत्वपूर्ण संस्था के आईजी रह चुके हैं। डीएस चौहान फील्ड और पुलिसिंग के माहिर अफसर माने जाते हैं। वहीं वर्तमान हालात में प्रदेश के हर आईपीएस अफसर की कुंडली डीएस चौहान जानते हैं। 

साफ-सुथरी छवि के हैं आईपीएस डीएस
जनवरी 2020 में केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से यूपी लौटे डीएस चौहान सीआरपीएफ में आईजी के पद पर तैनात थे। 1988 बैच के डीजी रैंक अफसर डीएस चौहान छत्तीसगढ़ में भी सेवाएं दे चुके हैं। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मैनपूरी के रहने वाले हैं। इस समय डीजी विजलेंस के पद पर तैनात हैं। उनकी छवि बेहद ईमानदार और साफ सुथरी कही जाती हे। बता दें कि डीएस चौहान 1988 बैच के डीजी रैंक अधिकारी हैं। वह मेहनती और कुशल अधिकारी माने जाते हैं।

किडनी ट्रांसप्लांट रैकेट का खुलासा कर चर्चा में आए थे डीएस चौहान
देवेन्द्र सिंह चौहान गौतमबुद्व नगर(नोएडा) जिले के वर्ष 1998 में एसएसपी भी रह चुके है। जो कि बुलंदशहर से तबादले के बाद जिले की कमान संभालने पहुंचे थे। कमान संभालने के कुछ दिन बाद ही नोएडा के सेक्टर-30 में स्थित एनएमसी अस्पताल में चल रहे किडऩी रैकेट कांड के खुलासे के बाद पूरे देश में चर्चा में आए थे। जहां अस्पताल में भोले भाले लोगों की किडऩी ट्रांसप्लांट का खेल कई वर्षो से चल रहा था। जिन्होंने अस्पताल पर छापेमारी कर अस्पताल मालिक नवीन चौधरी समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों को गिरफ्तार की थी।

इसलिए मुकुल गोयल को पद से हटाया
बता दें कि बीते बुधवार देर शाम डीजीपी मुकुल गोयल को पद से हटा दिया गया था। उन्हें शासकीय कार्यों की अवहेलना करने, विभागीय कार्यों में रूचि नहीं लेने और अकर्मण्यता के चलते पुलिस महानिदेशक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुक्त कर दिया है। मुकुल गोयल को नागरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। मुकुल गोयल नागरिक सुरक्षा विभाग के महानिदेशक बनाए गए हैं। आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुकुल गोयल को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लाकर राज्य का पुलिस महानिदेशक बनाया गया था।

अन्य खबरें