लखनऊ : सरकारी नौकरी के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 10 हजार रुपए का इनामी बदमाश गिरफ्तार

लखनऊ | 2 साल पहले | Dhirendra Shukla

Tricity Today | आरोपी विजय, आकाश, धर्मवीर



Lucknow : एसटीएफ उत्तर प्रदेश ने बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने गिरोह के तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह लोग उत्तर प्रदेश के बेरोजगार युवकों को ठगी का शिकार बना कर करोड़ों रुपए कमाते थे। पुलिस ने आरोपियों को कमिश्नरेट लखनऊ से गिरफ्तार किया है  पकड़े गए एक आरोपी पर कोतवाली देहात जनपद हरदोई से 10 हजार रुपए का इनाम घोषित है। 

गैंग का सरगना था का आरोपी विजय 
पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आरोपी विजय कुमार मंडल गैंग का सरगना है, और उसके दो सहयोगी धर्मवीर सिंह और आकाश कुमार गिरफ्तार किए गए हैं। आरोपी विजय कुमार निवासी आलमबाग थाना कृष्ण नगर, धर्मवीर सिंह उर्फ अजय बरवा द्वारिका कोटि भार और आकाश कुमार स्वरूप नगर नॉर्थ वेस्ट दिल्ली का रहने वाला है। 

पुलिस ने यह सामान किया बरामद 
पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के पास से 6 मोबाइल फोन, एक फर्जी आईडी कार्ड, सहायक समीक्षा अधिकारी उत्तर प्रदेश सचिवालय, आठ नियुक्त पत्र विभिन्न पदों के लिए, 22 व्यक्तियों के प्रमाण पत्र और अंक पत्र, एक फर्जी आधार कार्ड, एक फर्जी ड्राइविंग लाइसेंस, दो पैन कार्ड, दो एटीएम कार्ड, दो आधार कार्ड और 4730 नगद बरामद किए हैं। 

भरोसे के लिए देते थे नकली दस्तावेज 
गिरफ्तार किया गया आरोपी विजय कुमार ने बताया कि उसकी मुलाकात धर्मवीर सिंह से वीवीआइपी गेस्ट हाउस में हुई थी। जिसके बाद उन दोनों की गहरी दोस्ती हो गई। धर्मवीर युवकों को नौकरी का झांसा दिलाकर विजय के पास लाता था  जिसके बाद विजय उनका इंटरव्यू लेकर उनके प्रमाण पत्र और अंकपत्र अपने पास रख लेता था। 

नकली दस्तावेज दिखाकर युवाओं को देते थे झांसा 
उसने बताया कि इंटरव्यू होने के बाद धर्मवीर फर्जी नियुक्ति पत्र और सहायक समीक्षा अधिकारी सचिवालय लखनऊ का आईडी कार्ड बनवाते थे। जिसके बाद उन पर साइन करके रजिस्ट्री के माध्यम से संबंधित अभ्यार्थी के पते पर भिजवा देते थे। इन फर्जी दस्तावेजों को दिखाकर यह लोग युवाओं को प्रभावित कर उन्हें अपने झांसे में लेते थे। 

सचिवालय आने पर फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा 
मामले का खुलासा तब हुआ जब अभ्यार्थी अपना नियुक्ति पत्र लेकर जॉइनिंग करने के लिए सचिवालय आए थे। सचिवालय आने पर कर्मचारियों ने बताया कि यह नियुक्ति पत्र फर्जी है। जिसके बाद पीड़ित होने मामले की शिकायत पुलिस से की। आरोपी धर्मवीर के खिलाफ हरदोई में थाना कोतवाली देहात मैं भी एक मुकदमा चल रहा है। इसमें धर्मवीर की गिरफ्तारी पर 10 हजार रुपे का इनाम भी घोषित किया जा चुका है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को थाना हजरतगंज कमिश्नरेट लखनऊ में दाखिल कर आगे की कार्रवाई की जा रही है

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