लखनऊ : गृह मंत्री का आरोपी बेटा आशीष मिश्रा गिरफ्तार, 12 घण्टे की पूछताछ में कई सवालों के नहीं दे पाया जवाब

लखनऊ | 3 साल पहले | Sandeep Tiwari

Google Image | आरोपी आशीष मिश्रा



लखनऊ : केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के पुत्र और लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में आरोपी आशीष मिश्रा से क्राइम ब्रांच के दफ्तर में करीब 12 घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आशीष मिश्रा उर्फ मोनू को हत्या, दुर्घटना में मौत, आपराधिक साजिश, लापरवाही से वाहन चलाने की धाराओं में गिरफ्तार किया है। मंत्री पुत्र को मेडिकल कराने के बाद स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें कि क्राइम ब्रांच की ओर से दी गई 11 बजे की डेडलाइन से करीब 22 मिनट पहले 10.38 बजे ही आशीष मिश्रा क्राइम ब्रांच के दफ्तर पहुंच गया था। क्राइम ब्रांच के दफ्तर पुलिस महकमे के आलाधिकारी और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की टीम भी पहले से ही पहुंच चुकी थी। 

किसान मोर्चा ने की गिरफ्तारी की मांग
आशीष मिश्रा के साथ उनके वकील और अजय मिश्रा टेनी के प्रतिनिधि भी अंदर मौजूद हैं। आशीष से मजिस्ट्रेट के सामने कलमबंद बयान दर्ज किया जा रहा है। क्राइम ब्रांच के दफ्तर में एसडीएम सदर भी मौजूद हैं। वहीं, दूसरी तरफ संयुक्त किसान मोर्चा ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने मांग की है कि अजय मिश्रा टेनी को मंत्री पद से हटाने के साथ गिरफ्तार करने, आशीष मिश्रा को भी गिरफ्तार करने की मांग की है।  

18 अक्टूबर को होगा रेल रोको आंदोलन
एसकेएम ने इस घटना को लेकर आगे के कार्यक्रमों का भी ऐलान किया। किसान मोर्चे की ओर से कहा गया है कि अगर सरकार ने 11 अक्टूबर तक हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो 12 अक्टूबर को लखीमपुर से शहीद किसान कलश यात्रा शुरू की जाएगी। 18 अक्टूबर को रेल रोको आंदोलन किया जाएगा। किसान दशहरा के दिन पुतला दहन करेंगे और लखनऊ में महापंचायत भी होगी।

ये था मामला
बता दें कि बीते 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में आंदोलनकारी किसानों और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच हिंसक झड़प हुई थी। जिसमे 8 लोगों की मौत हुई थी। 4 किसान, 2 भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता, 1 ड्राइवर और एक पत्रकार शामिल थे। किसानों की ओर से आरोप लगाया गया था, कि केंद्रीय गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे ने किसानों को रौंद दिया। सीधे किसानों के ऊपर कार चढ़ाई। जिससे किसानों की मौत हुई है। इसके बाद भीड़ उग्र हो गई। भीड़ ने तोड़फोड़ और आगजनी की। मामले के बाद कई वीडियो भी सामने आई जिसमे किसानों के ऊपर जीप चढ़ाते हुए नजर आए।

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