Lucknow : पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर पर पीजीआई की रिपोर्ट में बड़ा हुआ खुलासा, 10 किलो से कम वजन के बच्चों का इलाज सम्भव नहीं

लखनऊ | 3 साल पहले | Sandeep Tiwari

Tricity Today | एसजीपीजीआई



Lucknow : कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच लखनऊ के एसजीपीजीआई के डॉक्टर्स की एक रिपोर्ट से शुक्रवार को बड़ा खुलासा हुआ है। दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि अगस्त सितंबर तक देश में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है। लहर में सबसे ज्यादा बच्चे संक्रमित होंगे। यही कारण है कि सरकार भी पहले से सारे इंतजाम करने में जुटी हुई है इसमें डॉक्टर्स ने पीएम केयर फंड से मिले वेंटिलेटर को खराब बताया है।

जांच के बाद हुआ बड़ा खुलासा
कहा है कि इससे 10 किलोग्राम से कम वजन के बच्चों का इलाज संभव नहीं होगा। डॉक्टर्स की टीम ने बकायदा जांच करने के बाद ये रिपोर्ट तैयार की है। वेंटिलेटर में क्या क्या खामियां हैं। उसका क्या असर पड़ सकता है। हालांकि डॉक्टर्स ने ये भी कहा है कि बड़े उम्र के लोगों का इससे इलाज संभव है। बता दें कि राजधानी लखनऊ के अस्पतालों को पीएम केयर से 40 वेंटिलेटर मिले हैं।
 
गोपनीय रिपोर्ट लीक होने से मचा हड़कम्प
इसमें पीजीआई, लोहिया,बलरामपुर अस्पताल भी शामिल है। वेंटिलेशन के मामले में टाइडल वेंटिलेशन वॉल्यूम सेट 50 उस से 1600 उस है इसलिए इसे 10 किलोग्राम से कम वजन के बच्चों के लिए प्रयोग में नहीं लाया जा सकता। गोपनीय रिपोर्ट लीक होने से PGI में खलबली मची है वही वेंटिलेटर्स की गुणवत्ता पर 7 जुलाई 2020 को राहुल गांधी ने पीएम केयर फंड से दिए जा रहे 10 हजार वेंटिलेटर्स की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए थे। राहुल ने पीएम केयर फंड से दिए गए वेंटिलेटरों पर ट्वीट करते हुए लिखा था पीएम केयर के वेंटिलेटरों और पीएम के बीच काफी समानताएं हैं।

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