Lucknow Suicide Case: विशाल के पिता अर्जुन ने कहा- एडीसीपी प्राची सिंह ने मेरे निर्दोष बेटे को फंसाया था, उस पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाए

लखनऊ | 4 साल पहले | Harish Rai

Tricity Today | विशाल सैनी



Lucknow News : लखनऊ सचिवालय में कार्यरत संविदा कर्मी विशाल सैनी की आत्महत्या के बाद उनके पिता सामने आए हैं। उन्होंने कहा, "विशाल गत 13 फरवरी को इंदिरा नगर गया था। वहां वह एक ठेले पर चाऊमीन खा रहा था, तभी पुलिस ने वहां सड़क किनारे मसाज पार्लर पर छापेमारी की। उसी दौरान एडीसीपी प्राची सिंह भी वहां पहुंच गईं। उनके कहने पर सिपाहियों ने विशाल को दबोच लिया। कारण पूछने पर सेक्स रैकेट में शामिल होने की बात कही। विशाल सचिवालय कर्मी होने की दुहाई देता रहा। मगर, उसकी कोई बात नहीं सुनी गई। 20 फरवरी को विशाल जेल से छूटकर आया था। घर लौटने के बाद से ही वह काफी उदास था। उसने हमारी कसम खाते हुए झूठे मुकदमे में फंसाये जाने की बात कही थी।"

आपको बता दें कि विशाल सैनी ने बुधवार की शाम सुसाइड कर लिया है। उसने आत्महत्या करने से पहले उसने पुलिस कंट्रोल रूम को इस बारे में सूचना दी। इससे पहले कि पुलिस कुछ कर पाती युवक ने सुसाइड कर लिया था। उसने अपने साथ एक सुसाइड नोट छोड़ा है। जिसमें उत्तर प्रदेश में तैनात एक ट्रेनी महिला आईपीएस अफसर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। युवक ने महिला आईपीएस पर देह व्यापार में फंसाने का आरोप लगाया है। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त करके जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा, "मैं विशाल सैनी पुत्र श्री अर्जुन सैनी अपने पूरे होशो हवास में आत्महत्या कर रहा हूं। जिसकी जिम्मेदारी प्राची सिंह आईपीएस पर है। जिन्होंने मेरा कैरियर खराब कर दिया है। जिसकी वजह से समाज में मैं नजरें उठाकर नहीं चल पा रहा हूं। मुझे घुटन सी हो रही है। मेरे परिवार से मैं नजर नहीं मिला पा रहा हूं।" विशाल सैनी ने आगे लिखा, "प्राची सिंह आईपीएस 2017 बैच की हैं। इन्हें कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। जिससे यह निर्दोष लोगों को जेल ना भेजें। अपने पद का गलत इस्तेमाल न करें। अपने प्रमोशन के चक्कर में कोई निर्दोष को सजाने दे। मैं बेकसूर था। मुझे सेक्स रैकेट में प्राची सिंह ने फंसाया है।"

सुसाइड नोट के आखिर में विशाल सैनी ने अपने माता-पिता को संबोधित किया है। उसने लिखा मम्मी-पापा अपना ख्याल रखना। लाइफ इंश्योरेंस से जो पैसा मिले, उसे अपने मकान के लिए उपयोग करना। आपका लाडला विशाल सैनी।" सुसाइड नोट के आखिर में विशाल सैनी ने अंग्रेजी में दस्तखत किए हैं। 10 मार्च 2021 तारीख भी लिखी है। विशाल सैनी के शव को पुलिस ने रेल की पटरियों से उठाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। उसके पास से बरामद हुआ सुसाइड नोट सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल हो रहा है। पुलिस ने सुसाइड नोट की तस्दीक करने के लिए फॉरेंसिक एक्सपर्ट से संपर्क किया है। दूसरी ओर जानकारी मिलने तक अभी इस मामले में कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है। हालांकि, विशाल के परिजन मौके पर पहुंच चुके हैं। वे सुसाइड नोट के आधार पर जिम्मेदार ठहराया गई आईपीएस अफसर के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहे हैं।

आत्महत्या के बाद विशाल के पिता अर्जुन ने भी आईपीएस प्राची सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बताया कि गत 13 फरवरी को विशाल इंदिरानगर गया था। वहां वह एक ठेले पर चाऊमीन खा रहा था, तभी पुलिस वहां सड़क किनारे मसाज पार्लर पर छापेमारी की। उसी दौरान एडीसीपी प्राची सिंह वहां पहुंची। उनके कहने पर सिपाहियों ने विशाल को दबोच लिया। कारण पूछने पर सेक्स रैकेट में शामिल होने की बात कही। विशाल सचिवालय कर्मी होने की दुहाई देता रहा। मगर, उसकी बात नहीं सुनी गई। 20 फरवरी को विशाल जेल से छूटा था। घर लौटने के बाद से ही वह काफी उदास था। उसने माता-पिता की कसम खाते हुए झूठे मुकदमे में फंसाये जाने की बात कही थी।

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