मिशन चंद्रयान 3 : लैंडिंग प्वॉइंट को पीएम ने 'शिवशक्ति' दिया नाम, योगी बोले, 'विश्व कल्याण की भावना अंतर्निहित'

लखनऊ | 1 साल पहले | Suman Yadav

Google Image | सीएम योगी



Lucknow News : चंद्रयान 3 मिशन के लैंडर विक्रम द्वारा जिस जगह टच किया। उसे अब 'शिव-शक्ति प्वॉइंट' के नाम से जाना जाएगा। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मिशन की सफलता पर ISRO के वैज्ञानिकों से मुलाकात के दौरान की। पीएम की इस घोषणा के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के जरिए शिवशक्ति नाम दिए जाने के पीछे के कारण को आध्यात्मिक रूप से स्पष्ट किया।
सीएम योगी ने स्पष्ट किया आध्यात्मिक अर्थ
सीएम योगी आदित्यानाथ ने कहा, 'शिव के नाम में ही कल्याण की भावना अंतर्निहित है। यह नाम विश्व कल्याण के प्रति नए भारत के संकल्प को प्रकट करता है।' बता दें कि सीएम योगी ने ये बातें विक्रम लैंडर के उतरने की जगह को शिव शक्ति नाम देने पर कहीं। सीएम योगी ने आगे कहा कि चंद्रमा पर 'तिरंगा फहराने' की अभूतपूर्व उपलब्धि की प्रेरणादायी स्मृति को देश वासियों के मन में सदैव जीवंत रखने के लिए अब हर वर्ष 23 अगस्त को National Space Day के रूप में मनाया जाएगा। सीएम योगी आदित्यानाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लिए गए इस निर्णय से देश में अंतरिक्ष अनुसंधान के प्रति एक रचनात्मक और प्रेरक वातावरण निर्मित होगा। 

पीएम ने ISRO वैज्ञानिकों को दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज इसरो के वैज्ञानिकों से मुलाकात की और उन्हें चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए बधाई दी। इस दौरान वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कई बड़े एलान किए, जिनमें से एक एलान के मुताबिक जिस जगह चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर विक्रम ने टच डाउन किया, अब से उसे 'शिव-शक्ति पॉइंट' के नाम से जाना जाएगा। इसके अलावा पीएम मोदी ने 'तिरंगा प्वॉइंट' और 'राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस' मनाने का भी एलान किया।

नामकरण की वजह भी बताई
प्रधानमंत्री मोदी ने इस नामकरण की वजह बताते हुए कहा कि 'स्पेस मिशन के टच डाउन पॉइंट को एक नाम देने की परंपरा है। चंद्रमा के जिस हिस्से पर हमारा चंद्रयान उतरा है, भारत ने उस स्थान के नामकरण का भी फैसला लिया है। जिस जगह पर चंद्रयान-3 का लैंडर उतरा है, अब उस पॉइंट को 'शिव-शक्ति' के नाम से जाना जाएगा। शिव में मानवता के कल्याण का संकल्प समाहित है और शक्ति से हमें उन संकल्पों को पूरा करने का सामर्थ्य मिलता है। चंद्रमा का शिव शक्ति प्वॉइंट, हिमालय के कन्याकुमारी से जुड़े होने का बोध कराता है।'

जहां छोड़े पदचिन्ह, अब वो प्वॉइंट होगा 'तिरंगा'
पीएम मोदी चंद्रयान-3 की सफलता में चंद्रयान-2 की कोशिश को भी नहीं भूले और उन्होंने एलान किया कि चंद्रमा के जिस स्थान पर चंद्रयान-2 ने अपने पदचिन्ह छोड़े हैं, वह पॉइंट अब तिरंगा कहलाएगा। ये तिरंगा प्वॉइंट भारत के हर प्रयास की प्रेरणा बनेगा। ये तिरंगा प्वॉइंट हमें सीख देगा कि कोई भी विफलता आखिरी नहीं होती। बता दें कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने साल 2019 में चंद्रयान-2 मिशन लॉन्च किया था। यह मिशन असफल हो गया था और चंद्रयान-2 का लैंडर चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं कर सका था। 

23 अगस्त होगा अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस
पीएम मोदी ने कहा कि 23 अगस्त को जब भारत ने चंद्रमा पर तिरंगा फहराया, उस दिन को अब राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (National Space Day) के रूप में मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत अंतरिक्ष और तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक नेता बनकर जरूर उभरेगा। अनुसंधान की ये ताकत भारत को नई ऊंचाइयों  पर लेकर जाएगी और 2047 में भारत को विकसित देश बनाएगी।

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