योगी आदित्यनाथ का आदेश : शोभायात्रा निकालने के लिए लेनी होगी इजाजत, लापरवाही करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई

लखनऊ | 3 साल पहले | Rupal Rathi

Tricity Today | Yogi Adityanath



Lucknow : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगामी ईद और अक्षय तृतीया आदि त्योहारों पर सभी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सतर्क रहने और सावधानी बरतने के आदेश दिए। उन्होंने कहा कि सौहार्द, शान्ति और कानून व्यवस्था राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने अव्यवस्था और अराजकता फैलाने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किए जाने के आदेश दिए। इसी के साथ उन्होंने ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर जोन और रेंज स्तर के पुलिस अधिकारियों और मण्डलायुक्तों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कानून व्यवस्था की समीक्षा करी। 

पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा
इन दौरान योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व-त्योहार हैं। रमजान का महीना चल रहा है। ईद का त्योहार और अक्षय तृतीया एक ही दिन होना संभावित है। ऐसे में वर्तमान परिवेश को देखते हुए पुलिस को अतिरिक्त संवेदनशील रहना होगा। थानाध्यक्ष से लेकर एडीजी तक अगले 24 घंटे के भीतर अपने-अपने क्षेत्र के धर्मगुरुओं, समाज के अन्य प्रतिष्ठित जनों के साथ सतत् संवाद बनाएं।

"हर एक नागरिक की सुरक्षा हम सभी का प्राथमिक दायित्व"
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हालिया दिनों में विभिन्न धर्मों के कई पवित्र पर्वों का आयोजन हुआ। यह सुखद है कि पूरे प्रदेश में शांति और सौहार्द का माहौल बना रहा। प्रदेश में हर एक नागरिक की सुरक्षा हम सभी का प्राथमिक दायित्व है। हमें अपने इस दायित्व के प्रति सदैव सतर्क और सावधान रहना होगा।

इस सभी से अपनी तैनाती क्षेत्र में रात्रि विश्राम करने को कहा
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हर एक पर्व शांति और सौहार्द के बीच सम्पन्न हों, इसके लिए स्थानीय जरूरतों के दृष्टिगत सभी जरूरी प्रयास किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ पूरी कठोरता की जाए। ऐसे लोगों के लिए सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तहसीलदार, एसडीएम, थानाध्यक्ष और सीओ आदि अपनी तैनाती के क्षेत्र में ही रात्रि विश्राम करें। शासकीय आवास है तो वहां रहें अथवा किराए का आवास लें, लेकिन रात्रि में अपने ही क्षेत्र में रहें। इस व्यवस्था का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।

"माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए"
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपनी धार्मिक विचारधारा के अनुसार सभी को अपनी उपासना पद्धति को मानने की स्वतंत्रता है। माइक का प्रयोग किया जा सकता है, लेकिन यह सुनिश्चित हो कि माइक की आवाज़ उस परिसर से बाहर न आए। अन्य लोगों को कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। नए स्थलों पर माइक लगाने की अनुमति न दें।

इन को दी जाए अनुमति
उन्होंने ने कहा कि शोभायात्रा और धार्मिक जुलूस बिना विधिवत अनुमति के न निकाला जाए। अनुमति देने से पूर्व आयोजक से शांति और सौहार्द कायम रखने के सम्बन्ध में शपथ पत्र लिया जाए। अनुमति केवल उन्हीं धार्मिक जुलूसों को दी जाए, जो पारम्परिक हों, नए आयोजनों को अनावश्यक अनुमति न दी जाए।

4 मई तक का अवकाश निरस्त किए गए
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि थानाध्यक्ष, सीओ और पुलिस कप्तान से लेकर जिलाधिकारी, मण्डलायुक्त तक सभी प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों का आगामी 4 मई तक का अवकाश तत्काल प्रभाव से निरस्त होगा। जो वर्तमान में अवकाश पर हैं, अगले 24 घंटे के भीतर तैनाती स्थल पर वापस लौटें। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा इस व्यवस्था का अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने ने कहा कि संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाए। ड्रोन का उपयोग कर स्थिति पर नजर रखें। हर दिन सायंकाल पुलिस बल फुट पेट्रोलिंग जरूर करे। पीआरवी 112 एक्टिव रहे। धार्मिक कार्यक्रम, पूजा-पाठ आदि निर्धारित स्थान पर ही हों। यह सुनिश्चित करें कि सड़क मार्ग, यातायात बाधित कर कोई धार्मिक आयोजन न हो।

"सम्बन्धित आरोपियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए"
योगी आदित्यनाथ ने विगत दिवस एक बालिका के उत्पीड़न के प्रकरण में लखनऊ कमिश्नरेट के गुडम्बा थाना क्षेत्र में लापरवाही की घटना का संज्ञान लेते हुए कहा कि सम्बन्धित आरोपियों के विरुद्ध तत्काल कार्रवाई की जाए। सम्बन्धित थानाध्यक्ष को निलम्बित किया जाए। हल्के के दरोगा, बीट सिपाही के विरुद्ध कार्रवाई की जाए। कार्रवाई के उपरान्त से मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराएं।

ये लोग रहे उपस्थित 
इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री और सूचना संजय प्रसाद उपस्थित थे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से एडीजी (लॉ एण्ड ऑर्डर) प्रशान्त कुमार सहित जोन और रेंज स्तर के पुलिस अधिकारी और मण्डलायुक्त जुड़े हुए थे।

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