Kalyan Singh Death : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और दिग्गज नेता कल्याण सिंह (Kalyan Singh) के अंतिम दर्शन करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) लखनऊ पहुंच गए हैं। प्रधानमंत्री अपने विमान से लखनऊ के अमौसी हवाई अड्डे पर उतरे। प्रधानमंत्री को रिसीव करने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल एयरपोर्ट पहुंची। उनके साथ भाजपा के अध्यक्ष जेपी नड्डा भी थे। हवाई अड्डे से प्रधानमंत्री का काफिला कल्याण सिंह के सरकारी आवास मॉल एवेन्यू पहुंचा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल्याण सिंह के सरकारी आवास पहुंचे। यूपी की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम नेता मौजूद हैं। नरेंद्र मोदी ने अंतिम दर्शन किए और श्रद्धांजलि दी। इसके बाद परिवार से मुलाकात की है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मोदी के साथ मौजूद हैं।
21 जून से चल रहा है कल्याण सिंह का इलाज
कल्याण सिंह को 21 जून को लखनऊ के लोहिया संस्थान में भर्ती किया गया था। 4 जुलाई को जब सबसे पहले उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई थी तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनसे मिलने पहुंचे थे। थोड़ी देर बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या सहित प्रदेश सरकार के कई मंत्री भी अस्पताल कल्याण सिंह का हालचाल लेने गए थे। तबीयत में सुधार न होने के बाद उसी दिन उन्हें PGI शिफ्ट किया गया था।
अलीगढ़ में हुआ था जन्म
कल्याण सिंह का जन्म 6 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में हुआ था। उनके पिता का नाम श्री तेजपाल लोधी और माता का नाम श्रीमती सीता देवी था! कल्याण सिंह के 2 बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और कई बार अतरौली के विधानसभा सदश्य के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके थे, और साथ ही साथ ये उत्तर प्रदेश में लोक सभा सांसद और राजस्थान तथा हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुके थे। पहली बार कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वर्ष 1991 में बने और दूसरी बार यह वर्ष 1997 में मुख्यमंत्री बने थे। ये प्रदेश के प्रमुख राजनैतिक चेहरों में एक इसलिए माने जाते हैं, क्यूंकि इनके पहले मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान ही बाबरी मस्जिद की घटना घटी थी।
पहली बार 1967 में की जीत का परचम लहराया
कल्याण सिंह ने पहली बार अतरौली विधान सभा इलाके से 1967 में चुनाव जीता और लगातार 1980 तक विधायक रहे।1980 के विधानसभा चुनाव में कल्याण सिंह को कांग्रेस के टिकट पर अनवर खां ने पहली बार पराजित किया।लेकिन भाजपा की टिकट पर कल्याण सिंह ने 1985 के विधानसभा चुनाव में फिर कामयाबी हासिल की। तब से लेकर 2004 के विधानसभा चुनाव तक कल्याण सिंह अतरौली से विधायक रहे।
राम जन्मभूमि जुड़े लोगों के वापस हुए थे मुकदमे
दूसरी बार सत्ता में आने के बाद कल्याण सरकार ने ज़ोर दिया कि स्कूलों में सारी प्राथमिक कक्षाओं की शुरुआत भारतमाता पूजन से शुरू हो। ‘यस सर’ की जगह ‘वंदे मातरम’ बोला जाए। फरवरी 1998 में सरकार ने राम जन्मभूमि आंदोलन से जुड़े लोगों से मुकदमे वापस ले लिए। घोषणा भी हुई कि अगर केंद्र में सरकार आई तो मंदिर वहीं बनाएंगे।