लखनऊ : मिडलैंड अस्पताल पर लगे गम्भीर आरोप, पैसा वसूलने के लिए मृत बच्चे को रखे रहें वेंटिलेटर पर

लखनऊ | 3 साल पहले | Sandeep Tiwari

Tricity Today | मिडलैंड अस्पताल पर लगे गम्भीर आरोप



लखनऊ : राजधानी में निजी अस्पतालों में लापरवाही और धन उगाही करने के मामले सामने आते रहते हैं। बावजूद इसके जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग किसी भी तरह की सख्ती इनके खिलाफ नहीं करता है। यही वजह है कि इनका धंधा इसी तरह लगातार जारी रहता है। ताजा मामला महानगर थाना क्षेत्र स्थित मिडलैंड हेल्थ केयर रिसर्च सेंटर का प्रकाश में आया है जहां पर 2 दिन पूर्व में जन्मे एक नवजात को इलाज के लिए भर्ती किया गया। आरोप है कि बच्चे की मौत होने के बाद भी वेंटिलेटर के नाम पर पीड़ित से करीब एक लाख रुपये वसूले लेकिन बच्चे की मौत हो गई। 

कार्यवाही की मांग पर डटे परिजन
मौत के बाद परिजन नवजात शव घर ले गए लेकिन जब शव खोला तो वह दंग रह गए नवजात का शरीर पूरी तरह से झुलस गया था। इसके बाद परिजन आक्रोशित हो गए और नवजात का शव लेकर अस्पताल परिसर पहुंच गए। जहां पर परिजन शव लेकर प्रदर्शन करने लगे। मामला बढ़ता देख मौके पर महानगर पुलिस भी पहुंच गई आरोप है कि मामला शांत करने का पीड़ित परिवार पर ही दबाव बनाने लगी। पीड़ित ने अस्पताल प्रशासन पर कार्यवाही करने के लिए तहरीर दी है। परिजन कार्यवाही की मांग पर अस्पताल परिसर में ही डटे हैं।

एक दिन सात घण्टे में वसूले 1 लाख रुपये
महानगर निवासी पीड़ित विपिन सिंह ने बताया कि मेरे बच्चे की पहले ही मौत हो गई थी लेकिन अस्पताल के किसी डॉक्टर ने हमें नहीं बताया। और लगातार इलाज के नाम पर पैसा ऐंठते रहे। मेरे बच्चे की बॉडी पूरी तरह से जली हुई है पुलिसकर्मी मुझ पर ही दबाव बना रहे हैं। इसको लेकर पुलिस ने दूसरे डॉक्टर से कंसल्ट करने की सलाह दी। दुबे ने कहा कि फातिमा अस्पताल के सीनियर डॉक्टर से कंसल्ट करने के बाद उन्होंने कहा कि अगर बच्चा वेंटिलेटर पर रखा जाता है तो उसे हर डेढ़ 2 घंटे में अलटना-पलटना रहता है। ताकि बच्चे के शरीर पर दबाव ना पड़े, निशान ना पड़े। डॉक्टर ने यह भी बताया कि 2 दिन के बच्चे की स्किन काफी नाजुक होती है। 1 दिन 7 घंटे में अस्पताल ने करीब एक लाख रुपये लिए है।

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