Lucknow : भारतीय जनता पार्टी सरकार में मंत्री रहे और विधान सभा चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य के पूर्व निजी सचिव पर गंभीर आरोप लगा है। गुरुवार को यूपी एसटीएफ ने हजरतगंज इलाके से अरमान खान समेत पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सभी पर बेरोजगार युवकों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करने का आरोप है। STF ने इनके पास से फर्जी नियुक्ति पत्र समेत तमाम दस्तावेज बरामद किए हैं।
धोखाधड़ी के आरोपी अरमान खान के पिता पहले टैक्सी स्टैंड पर ठेकेदार के लिए वसूली कर्मी का करते थे। परिवार गरीब था। 2009 में वह पूर्व के संपर्क में आया और कुछ ही दिन में उनका बेहद करीबी हो गया। इसके बाद उसने खूब पैसे बनाए। लखनऊ में ही ठिकाना बना लिया। वहीं रहने लगा। उसने फेसबुक पर पूर्व मंत्री से लेकर उनके दल से जुड़े दिग्गज नेताओं तक के साथ अपनी फोटो शेयर की थी।
यूपी चुनाव से ठीक पहले भाजपा सरकार में मंत्री रहे स्वामी प्रसाद मौर्य ने दलबदल कर सपा का दामन थामा था। उनके करीबी अरमान पर एसटीएफ की ओर से कार्रवाई के बाद चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। अरमान पर कुछ लोगों से धोखाधड़ी कर रुपया ऐंठने का आरोप लगा है। बेरोजगार युवकों को नौकरी दिलाने के नाम पर गिरोह चला रहा था। यूपी STF ने अरमान के साथ गिरोह में शामिल अन्य चार साथी फैजी, असगर, विशाल और अमित को पकड़ा है। इनके पास से 22 फर्जी नियुक्ति पत्र, 57 बैंको के चेक, पास बुक, फर्जी कई आईडी कार्ड समेत अन्य दस्तावेज बरामद हुए हैं।