यूपी महिला आयोग की सदस्य डॉक्टर प्रियंवदा तोमर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। प्रियंवदा ने इस्तीफा देते हुए प्रदेश में भ्रष्टाचार फैलने और महिलाओं को न्याय नहीं मिलने का आरोप लगाया है। साथ ही सरकार का किसानों के प्रति संवेदनहीनता की बात भी कही है। बता दें कि प्रियंवदा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह को पत्र लिखकर कार्यकारिणी सदस्य पद से भी इस्तीफा दे दिया है।
सरकार पर लगाये भ्रष्टाचार के आरोप
प्रियंवदा ने फेसबुक पर पोस्ट कर कहा कि "सरकार की किसानों के प्रति घोर उपेक्षा, हठधर्मिता एवं संवेदनहीनता के चलते मैं बेहद आहत हूं, इसलिए अपनी अंतरात्मा की आवाज पर भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं अन्य सभी पदों से त्याग पत्र दे रही हूं।"
योगी सरकार में महिलाओं को नहीं मिल रहा न्याय
प्रियंवदा ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रदेश में घोर भ्रष्टाचार के चलते मैं महिला आयोग की सदस्य होते हुए भी महिलाओं को न्याय दिलाने में स्वयं को असमर्थ पाती हूं। इसलिए नैतिक आधार पर आयोग की सदस्यता पद से भी इस्तीफा दे रही हूं।
इस्तीफे में कही ये बात
मैं एक किसान परिवार से आती हूं, पिछले 131 दिनों से किसान आंदोलन कर रहे हैं और 500 से ज्यादा किसान शहीद हो चुके हैं। देश के अन्नदाता के प्रति भाजपा और सरकार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा से मैं बहुत आहत हूं।