Lucknow News : योगी आदित्यनाथ ने अरविंद कुमार शर्मा को भी कैबिनेट में जगह दी है। अरविंद कुमार शर्मा ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है। वह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में कार्यरत है। एके शर्मा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफी करीबी माने जाते हैं। वह गुजरात कैडर की आईएएस अफसर है। एके शर्मा स्वेच्छा से रिटायरमेंट लेने के बाद यूपी विधान परिषद चुनावों के ठीक पहले बीजेपी में शामिल हुए थे, जो वर्तमान में बीजेपी MLC हैं।
गुजरात कैडर के IAS अधिकारी रहे
अरविंद शर्मा गुजरात 1988 बैच के गुजरात कैडर के IAS अधिकारी रहे। वह यूपी के मऊ के रहने वाले हैं। उन्होंने यहीं गांव के स्कूल से प्राथमिक पढ़ाई करने के बाद डीएवी इंटर कॉलेज से इंटर पास किया। जिसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन और पोस्ट-ग्रैजुएशन और पीएचडी भी की, फिर IAS बने।
पीएम के बेहद करीबी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एके शर्मा के बीच बेहद अच्छा तालमेल है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि नरेंद्र मोदी कहीं गए हों, वह अपने साथ अरविंद शर्मा को भी ले गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एके शर्मा को नरेंद्र मोदी के करीब लाने वाले हर्षद ब्रह्मभट्ट हैं। जिनकी सिफारिश पर उनकी नियुक्ति बतौर सचिव मुख्यमंत्री सचिवालय में हुई और यहीं से अरविंद शर्मा और नरेंद्र मोदी के बीच एक अटूट रिश्ता शुरू हुआ।
2021 में की थी भाजपा ज्वाइन
करीब 1 साल पहले वीआरएस लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में सक्रिय हुए हैं। उन्हें पहले भारतीय जनता पार्टी में प्रदेश उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया और फिर ऊपरी सदन का सदस्य बनाया गया है। अरविंद कुमार शर्मा राज्य में भूमिहार और ब्राह्मण समाज को भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में लामबंद करने के लिए पिछले 9 महीने से लगातार यात्राएं कर रहे थे। अब योगी आदित्यनाथ की मंत्रालय में उनको जगह दी गई है। नरेंद्र मोदी का करीबी होने का फायदा अरविंद शर्मा को मिला है।
निभाई अहम भूमिका
2002 में गुजरात दंगों की वजह से नरेंद्र मोदी और अमेरिका के बीच संबंध अच्छे नहीं थे। वीजा पर रोक की वजह से वह काफी समय तक अमरीका नहीं जा सके थे। लेकिन कहा जाता है कि अरविंद शर्मा नें दोनों के बीच के रिश्ते को ठीक करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. वह साल 2014 में अमरीकी ऐम्बैसडर नैन्सी पावल गांधीनगर लेकर आए थे। जिसके बाद चीजें ठीक होना शुरू हो गईं।