Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार की देर शाम राज्य में भारतीय पुलिस सेवा के 15 अफसरों का स्थानांतरण किया है। इनमें आईजी, डीआईजी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी शामिल हैं। सबसे महत्वपूर्ण तबादला कानपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी का है। दिनेश कुमार पी को कानपुर से हटाकर झांसी का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा गया है।
लखनऊ से मिली जानकारी के मुताबिक अलीगढ़ के डीआईजी डॉक्टर प्रीतिंदर सिंह का तबादला करके कानपुर में डीआईजी/एसएसपी नियुक्त किया गया है। चित्रकूट के डीआईजी प्रदीप कुमार को अयोध्या स्थानांतरित किया गया है। वह अयोध्या के डीआईजी/एसएसपी के रूप में काम करेंगे। आईपीएस अधिकारी के सत्यनारायण प्रतिनियुक्ति से वापस लौट आए हैं। उन्हें चित्रकूट धाम जोन का आईजी बनाकर भेजा गया है।
आशुतोष कुमार को आईजी बस्ती से स्थानांतरित करके पीएसी मुख्यालय लखनऊ में भेज दिया गया है। कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी को झांसी का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा गया है। आईजी ट्रैफिक पुलिस दीपक रतन को अलीगढ़ का आईजी बनाकर भेजा गया है।
आर्थिक अपराध शाखा में तैनात पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार को खीरी का पुलिस अधीक्षक नियुक्त किया गया है। स्टेट डिजास्टर रिस्पांस फोर्स के सेनानायक यशवीर सिंह को जालौन का पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। लखनऊ के डिप्टी पुलिस कमिश्नर दिनेश सिंह को अमेठी का एसपी बनाकर भेजा गया है। झांसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डी प्रदीप कुमार सेकेंड को आर्थिक अपराध शाखा वाराणसी में पुलिस अधीक्षक बनाकर भेजा गया है।
जालौन के पुलिस अधीक्षक डॉ सतीश कुमार को एसडीआरएफ का सेनानायक नियुक्त किया गया है। अमेठी की पुलिस अधीक्षक ख्याति गर्ग को लखनऊ में डीसीपी नियुक्त किया गया है। अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आशीष तिवारी को एसपी रेलवे बनाकर झांसी भेज दिया गया है। खीरी की एसपी पूनम सिंह को स्थानांतरित करके पीएसी आगरा में सेनानायक नियुक्त किया गया है। पीएसी लखनऊ के आईजी अनिल राय को बस्ती जोन का आईजी बनाकर भेजा गया है।
पिछले करीब 15 दिनों के दौरान कानपुर में पहले विकास दुबे एनकाउंटर कांड हुआ। उसके बाद लैब टेक्नीशियन का अपहरण, फिरौती और हत्या का मामला सुर्खियों में छा गया। इसके चलते कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार पी को स्थानांतरित कर दिया गया है। हालांकि, उन्हें बेहतर पोस्टिंग सरकार ने दी है। कानपुर की एसपी सिटी और डीएसपी को शासन ने शुक्रवार को सस्पेंड कर दिया था।
दूसरी ओर अमेठी की मां-बेटी ने लखनऊ में मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह किया था। जिसके चलते सरकार को बड़ी फजीहत का सामना करना पड़ा है। मामले की जांच-पड़ताल हुई तो पता चला कि मां-बेटी अमेठी की एसपी से लेकर आईजी तक गुहार लगा चुकी थीं। इस कांड के बाद अमेठी की एसपी ख्याति गर्ग को हटाकर लखनऊ भेज दिया गया है। हालांकि, ख्याति गर्ग को भी बेहतर नियुक्ति दी गई है।
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