Tricity Today | Yogi Adityanath
उत्तर प्रदेश में अलग-अलग जिलों के अस्पतालों से 700 डॉक्टर अपनी ड्यूटी से गायब हैं। अब सरकार इन डॉक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी में है, क्योंकि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए सरकार चिकित्सा विभाग में कोई लापरवाही नहीं देखना चाहती।
जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के कई जिलों मे तैनात कई डॉक्टर बगैर किसी सूचना के काफी समय से नौकरी से नदारद हैं। कोरोना वायरस को लेकर ड्यूटी की तैनाती के बारे में जब डॉक्टरों की जांच की गई तो पता चला कि यूपी के कई जिलों के स्वास्थ्य केंद्रों से करीब 700 डॉक्टर गायब हैं। उनके बारे में जब निदेशालय से जानकारी मांगी गई तो वहां पर कोई छुट्टी पर होने की सूचना भी नहीं मिली।
इस भारी गड़बड़ी के बाद सरकार ने ऐसे डाक्टरों की बर्खास्तगी की कार्यवाही शुरू कर दी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक अगले एक महीने में इन गायब डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया जाएगा। प्राप्त जानकारी के मुताबिक ये डॉक्टर या तो दूसरी जगह नौकरी करने लगे हैं या फिर आगे की पढ़ाई के लिए बगैर बताए गायब हो गए हैं। स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने अब इन गायब डॉक्टरों पर सख्ती बरतने का फैसला किया है, जिसे सरकार की भी सहमति मिल गई है।
यूपी में कोरोना वायरस से लड़ने के इंतजामों का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कई विभागों का निरीक्षण किया। इसी कड़ी में स्वास्थ्य निदेशालय में डाटा और सहायता केंद्र का उन्होंने निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने तैयारियों की समीक्षा करने के साथ सेंटर पर और इंतजाम बढ़ाने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री योगी ने सहायता के लिए टेलीफोन की संख्या पचास करने का निर्देश दिया। डाटा सेंटर और सहायता केंद्र पर दस से ज्यादा डॉक्टरों की तैनाती का भी आदेश दिया गया. जरूरी दिशा निर्देश के साथ मुख्यमंत्री ने लोगों को आश्वस्त किया और कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है, सरकार कोरोना वायरस से पूरी तरह निबटने के लिए मुस्तैद है।
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