कोरोना के युद्ध में बीएलओ बनी सैनिक, जानिए कैसे लड़ेंगी कोरोना से लड़ाई

Google Image | Ajay Shankar Pandey IAS



जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए जारी जंग में अब बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) को शामिल करते हुए अब घर-घर जाकर जानकारी लेंगे। जिलाधिकारी डॉ. अजय शंकर पांडेय ने बताया कि कोरोना वायरस के आईएलआई और सारी के मरीजों का सर्वे के लिये बीएलओ को जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। जिला प्रशासन ने इसके लिए अलग से विंग खोली है। इसमें 3048 बीएलओ एवं 237 सुपरवाइजर को लगाया गया हैं। 

बीएलओ अपने-अपने क्षेत्र में वोटर और आमजन से संपर्क कर डोर-टू-डोर घरों के सदस्यों में कोरोना के लक्षण बुखार, खांसी, बदन दर्द, जुकाम, गला खराब, सांस लेने में दिक्कत आदि की जानकारी लेंगे। अगर किसी में लक्षण है तो उसे टेस्ट की जानकारी उपलब्ध कराएंगे। नियमित रूप से फोन के जरिए उनसे पूछा जाएगा कि अपना टेस्ट कराया या नहीं, उसकी रिपोर्ट आई। इसकी सूचना बीएलओ कंट्रोल रूम में तैनात डॉक्टर को उपलब्ध कराएंगे। 

विधान सभावार तैनात सभी बीएलओ और सुपरवाइजर को कोरोना वायरस के आईएलआई एवं सारी के मरीजों के सर्वे के लिए ड्यूटी लगाई गई हैं। इन्हें शहरी और ग्रामीण क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लोगों को जागरूक करने के साथ लक्षण युक्त लोगों की पहचान की गई उन्हें सैंपल कलेक्शन सेंटर पर जाने के लिए निर्देश दिए गए है। नियमित रूप से कंट्रोल रूम में रिपोर्ट देंगे। तहसील सदर में तैनात 1963, मोदीनगर में 587, लोनी में 498 समेत 3048 बीएलओ और 237 सुपरवाइजरों के जरिए 31 जुलाई तक सर्वे किया गया। ताकि कोरोना पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण रखा जा सके।

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