हाथरस कांड में सीबीआई को तलाश करने हैं 5 सवालों के जवाब, यह हैं वह 5 सवाल

Google Image | CBI registered the FIR in Hathras case



उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सिफारिश और केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी की गई अधिसूचना के आधार पर सीबीआई ने हाथरस कांड में एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले की एफआईआर गाजियाबाद शाखा में दर्ज की गई है। गाजियाबाद सीबीआई की शाखा ही पूरे मामले की जांच करेगी। हालांकि, निगरानी की जिम्मेदारी लखनऊ जोन को सौंपी गई है। जानकारी मिल रही है कि सोमवार से सीबीआई अफसरों की टीम मामले में छानबीन शुरू कर देगी। 

अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक सीबीआई की टीम सबसे पहले हाथरस के चंदपा थाने जाएगी। अभी तक इस मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारियों से मिलेगी। उनकी तरफ से की गई तफ्तीश का ब्यौरा लेगी। मुकदमे से जुड़े दस्तावेज, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, मेडिकल रिपोर्ट, पंचनामा और तमाम दूसरे दस्तावेज हासिल करेगी। इसके बाद सीबीआई की टीम पीड़ित परिवार से मुलाकात करेगी। जेल में बंद अभियुक्तों से भी सीबीआई टीम मिलने जाएगी। जानकारों पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अब सीबीआई को इन 5 सवालों के जवाब तलाश करने हैं।

1. 14 सितंबर को खेत में लड़की को किसने मारा?
2. लड़की ने पहले दिन वाले बयान में अपने साथ कथित बलात्कार की बात क्यों नहीं कही थी?
3. पीड़िता ने आखिरी बयान में बलात्कार की बात की, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट इसके विपरीत क्यों आई है?
4. 29 सितंबर को पीड़िता की मौत के बाद आनन-फानन में रात के अंधेरे में उसकी लाश क्यों जला दी गई? 
5. क्या इस मामले की जांच को किसी ने प्रभावित करने की कोशिश की है? अगर की है तो वह लोग कौन हैं?

सीबीआई को मिलेगी एसआईटी की जांच से बड़ी मदद

यह कुछ ऐसे सवाल हैं, जिसके जवाब सीबीआई को इस केस से ढूंढ़ने होंगे। सीबीआई को एसआईटी की अब तक की पड़ताल से मदद भी मिलेगी। लेकिन एक बड़ा पेंच है कि पीड़िता के परिवार को सीबीआई जांच पर भरोसा नहीं है। पीड़ित परिवार बार-बार कह रहा है कि उन्हें सिर्फ न्यायिक जांच पर ही भरोसा है।

हाथरस केस में घूंघट वाली भाभी की एंट्री

हाथरस में कथित गैंगरेप प्रकरण में रोज नए खुलासों के बीच शनिवार को संदग्धि नक्सल भाभी की एंट्री ने पुलिस-प्रशासन के पसीने छुड़ा दिए हैं। बीती चार से छह अक्तूबर के बीच पीड़िता के घर पर ही महिला की मौजूदगी को लेकर जहां सवाल उठ रहे हैं, वहीं परिजनों ने उसे अपनी दूर की रिश्तेदार बताया। बीती चार अक्तूबर तक पीड़िता के घर यह संदग्धि महिला मौजूद रही। इन तीन दिनों में इस महिला ने परिजनों से ज्यादा बढ़-चढ़कर आने-जाने वाले लोगों और मीडिया के सामने न्याय, कानून, संविधान आदि तर्कों के आधार पर अपनी बात रखी। साथ में यह भी स्पष्ट किया कि उसका इस घर के लोगों से कोई खून का रश्तिा नहीं है, लेकिन वह न्याय मिलने तक साथ खड़ी रहेगी। इस महिला की बेबाकी और वाकपटुता देख घर आने-जाने वाले नेता, सामाजिक संगठन के लोग भी चुप हो जाते थे। मीडिया से भी यही महिला अपने अंदाज में बात करती नजर आती थी, लेकिन छह अक्तूबर के बाद महिला घर पर नजर नहीं आई है।

पीड़िता की भाभी ने कहा- वह मेरी दूर की रिश्तेदार है

पीड़िता की भाभी ने बताया कि जिस महिला के बारे में बात की जा रही है वह उनकी दूर की रिश्तेदार हैं। उस महिला का नाम भी उन्होने बताते हुए कहा कि वह शादीशुदा है। दस साल का एक बेटा भी है। जबलपुर में वह जॉब करती हैं। घर में मौत होने पर वह यहां आई। मौत की खबर सुनकर रिश्तेदार मुम्बई, अहमदाबाद और भोपाल से आ रहे हैं। क्या आने वाले लोगों को मना कर दिया जाएगा। क्या उन्हें ऐसा घोषित किया जाएगा। सवाल पूछने पर गुस्साईं घर की युवतियां बोलीं हमारे सारे रिश्तेदार अब आतंकवादी ही लगेंगे।

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