HAPPY CHILDREN DAY: सरकारी स्कूलों के बच्चे दरी छोड़कर फर्नीचर पर बैठेंगे, बदलेगा हुलिया

शिक्षा | 5 साल पहले | Mayank Tawer

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Lucknow: ऑप्रेशन कायाकल्प से सरकारी स्कूलों को कान्वेंट बनाने की कवायद शुरू की गई है। जिले के 686 स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे दरी छोड़कर फर्नीचर पर बैठकर मिड-डे-मील का स्वाद चखेंगे। शासनादेश से अधिकारियों व शिक्षकों में उत्साह दिखाई दे रहा है। शासन ने यह जिम्मेदारी कार्य जिला पंचायत राज विभाग के अधिकारियों को सौंपी है।

शासन से जारी निर्देशों में कहा गया है कि पिछले शैक्षिक सत्रों में कुछ ही स्कूलों में चुनिंदा कार्य हुए हैं। लेकिन अब सभी विद्यालयों को संतृप्त कार्य किया जाएगा। इसमें निधियों के माध्यम से परिषदीय विद्यालयों में निर्देशानुसार वरीयता क्रम में कार्य कराया जाएगा। जिससे सरकारी विद्यालय भी कान्वेंट की तर्ज पर संवरते नजर आएंगे। 

गौतमबुद्धनगर में 686 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें अधिकांश स्कूलों में अभी भी बिजली नहीं है। सर्दियों में बच्चे बिना फर्नीचर के दरों पर बैठकर पढ़ाई करने मजबूर होते हैं। इतना ही नहीं बारिश में जल निकासी की कोई व्यवस्था भी अधिकांश स्कूलों में नहीं होने के कारण कक्षाओं में जलभराव की स्थिति बन जाती है। आप्रेशन कायाकल्प इन्हीं बुनियादी कमियों को पूरा करने का प्रयास करेगा। पंचायतराज विभाग 14वें वित्त, राज्यवित्त, ग्राम विकास निधि व अन्य निधियों के माध्यम से प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों को सुविधाओं से संतृत्त करेगा। 

यह कार्य किए जाएंगे
शासनादेश में कई बिंदुओं पर कार्य करने का आदेश जारी किया गया है। जिसमें सबसे पहले ब्लैक बोर्ड को सही करने का निर्देश है। इसके बाद शौचालय, पेयजल, मल्टीपल, हैंड वाशिंग सिस्टम, जल निकासी की व्यवस्था की जाएगी। नए कक्षों का निर्माण, रंगाई-पुताई, पंखे, ओवर हेड टैंक, सबमर्सिबल सेट की भी व्यवस्था स्कूलों में की जाएगी। 

सभी स्कूलों में किया जाएगा विद्युतीकरण
शासनादेश में कहा गया है कि जिन विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन नहीं है। उन विद्यालयों में आप्रेशन कायाकल्प योजना के तहत कनेक्शन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा शौचालयों में टाईल्स लगाए जाएंगे। ताकि शौचालय चमचमाते रहे।

डायनिंग टेबल पर भोजन करेंगे बच्चे
आप्रेशन कायाकल्य योजना के तहत परिषदीय विद्यालय के बच्चे दरी को छोड़कर डायनिंग टेबल पर भोजन करेंगे। क्योंकि इस योजना के तहत सभी विद्यालयों में डायनिंग टेबल की भी व्यवस्था की जाएगी। ताकि बच्चों कान्वेंट स्कूल जैसी सुविधा प्राप्त हो सके।

स्कूलों की सूरत बदलने के लिए अच्छी पहल
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बाल मुकुंद प्रसाद ने बताया कि पिछले वर्ष भी सरकारी स्कूलों को काफी हद तक नया रूप दिया गया था। कायाकल्प में अभी तक ग्राम निधि से कार्य कराए गए हैं। बाउंड्रीवॉल, इंटरलॉकिंग, शौचालय और मिड-डे-मील, टीनशेड का कार्य कराया जाता रहा है। अब शासनादेश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि विद्यालयों में जो भी कमियां हैं, उन्हें दूर किया जाए। इसमें स्कूल इमारत की फर्श से लेकर खिड़की के टूटे शीशे को सही करने सहित विद्युतीकरण को लेकर निर्देश है। विद्यालयों को कान्वेंट बनाने के लिए सरकार की यह नई पहल है।
 

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