Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
सोशल मीडिया पर चल रहे एक वीडियो में एक कोरोना मरीज ने दिल्ली के अस्पताल में उसे शवों के बीच रखे जाने का आरोप लगाया है। हालांकि अधिकारियों ने उसके आरोप को गलत बताया है। व्हाट्सएप और अन्य नेटवर्किंग प्लेटफॉर्म पर प्रसारित वीडियो में एक व्यक्ति को एक मुखौटा लगाए दिखाया गया है। यह वीडियो साफ तौर पर अस्पताल के वार्ड के अंदर शूट किया गया लगता है, जहां यह मरीज भर्ती था।
वीडियो में मरीज आरोप लगा रहा है कि उसे वार्ड में जिस बेड पर रखा गया था उसके बगल में शव रखे गए थे। अस्पताल के अधिकारियों ने आरोप का खंडन करते हुए कहा कि इस मरीज को मनोचिकित्सा और काउंसलिंग की आवश्यकता है। इसकी व्यवस्था की जा रही है। वह वर्तमान में क्षेत्र के विशेषज्ञों की निगरानी में है। अस्पताल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि उस विशेष वार्ड या अस्पताल के किसी अन्य वार्ड में भोजन या पानी की कोई समस्या नहीं है।
अधिकारी ने कहा कि शवों के बीच उसे रखे जाने की बात भी गलत प्रतीत होती है क्योंकि उस दिन या उससे पहले उस वार्ड में कोई मौत नहीं हुई है। ज्ञातव्य है कि पिछले तीन दिनों में दिल्ली में किसी भी कोरोना वायरस मरीज की मौत नहीं हुई है।
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