RIP: उत्तर प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता नेपाल सिंह का निधन, यूपी की सियासत में खास स्थान था

Tricity Today | Dr. Nepal Singh



उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता और यूपी की सरकारों में कई मंत्री पदों पर रह चुके नेपाल सिंह का शुक्रवार को मुरादाबाद में दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया है। हालांकि, वह पिछले काफी लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे थे। नेपाल सिंह के निधन की जानकारी मिलने के बाद देशभर में भाजपा नेताओं ने संवेदनाएं व्यक्त की हैं। 

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा समेत केंद्र और राज्य सरकार के तमाम मंत्रियों ने ट्वीट कर शोक जाहिर किया है। वह यूपी के पूर्व माध्यमिक शिक्षा मंत्री और रामपुर के पूर्व सांसद थे। डॉ. नेपाल सिंह शुक्रवार को जिगर कॉलोनी स्थित आवास पर ही थे। परिजनों ने बताया कि दोपहर में अचानक घबराहट सी हुई। इसके बाद परिजन उन्हें अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। यह दुखद सूचना मिलते ही भाजपाई उनके आवास पर पहुंचने लगे।

डॉ नेपाल सिंह पांच बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य रहे  थे। वह रामपुर से भाजपा के सांसद भी रहे थे। 79 वर्षीय डॉ. नेपाल सिंह का जन्म अलीगढ़ जिले में हुआ और उनकी कर्मभूमि मुरादाबाद रही। वह मुरादाबाद सिविल लाइंस थाना क्षेत्र की जिगर कॉलोनी में रहते थे। डॉ नेपाल सिंह पहली बार वर्ष 1986 में बरेली-मुरादाबाद मंडल स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य चुने गए थे। उन्होंने 2014 में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उत्तर प्रदेश की रामपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी।

डॉ. नेपाल सिंह का जन्म 12 अगस्त 1940 को चंदौला, अलीगढ़ में एक कृषक और प्रोफेसर रामकबाल सिंह के घर हुआ था। उनकी मां श्रीमती दुर्गा देवी थीं। डॉ नेपाल सिंह की जीवन संगिनी श्रीमती आदित्या हैं। दो बेटे और तीन बेटियां हैं। सभी विवाहित हैं। फिलहाल, मुरादाबाद के जिगर कालोनी में रहते हैं। शिक्षक विधायक बनने के बाद प्रदेश सरकार में डॉ. नेपाल सिंह दो बार मंत्री रहे। इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में तमाम उल्लेखनीय कार्य किए। उनका अंतिम चुनाव क्षेत्र रामपुर रहा।

रामपुर मुस्लिम बहुल्य क्षेत्र है और वहां सपा नेता आजम खां का दबदबा रहता है, मगर उन्होंने वर्ष 2014 में रामपुर संसदीय सीट मतगणना के अंतिम दौर में जीती थी। राजनीतिक समीक्षकों ने इसकी कल्पना भी नहीं की थी। क्योंकि रामपुर मुस्लिम बहुल सीट है। उन्होंने सपा के नसीर अहमद खान को हराकर भाजपा का परचम रामपुर में लहराया था।

इससे पूर्व वर्ष 1997 से 2002 उत्तर प्रदेश सरकार के माध्यमिक शिक्षा और भाषा मंत्री रहे थे। 1986-2014 के दौरान नेपाल सिंह पांच बार उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य थे। इसके अलावा वर्ष 2014 में अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण गठित समिति के सदस्य चुने गए। इसी अवधि में नियम समिति के सदस्य चुने गए।

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