Tricity Today | मोदीनगर में ब्राह्मण समाज का प्रदर्शन और सभा
ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने मंगलवार को मोदीनगर में जनसभा का आयोजन किया। इस दौरान मोदीनगर के उप जिलाधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन भी किया गया। इस जनसभा और प्रदर्शन में ब्राह्मण समाज के सैकड़ों लोगों ने भाग लिया। महिलाएं भी कार्यक्रम में शामिल हुई हैं। इन लोगों ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम एक ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा है। जिसमें ब्राह्मण समाज पर अत्याचार किए जाने की बात कही गई है।
प्रदर्शन और इस कार्यक्रम का संयोजन कर रहे सुनील शर्मा ने कहा, "उत्तर प्रदेश में पिछले 3 वर्षों के दौरान बड़ी संख्या में ब्राह्मण समाज के युवकों और अगुआ लोगों की हत्याएं की गई हैं। यह एक षड्यंत्र के तहत किया जा रहा है। पूरे उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों को निशाना बनाकर उत्पीड़न किया जा रहा है। इससे ब्राह्मण समाज में भय व्याप्त है।" सुनील शर्मा का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार इस मामले में कोई कड़ा कदम नहीं उठा रही है। जिससे सरकार के प्रति ब्राह्मण समाज में रोष व्याप्त है। राज्य सरकार ब्राह्मणों का उत्पीड़न रोकने में पूरी तरह असफल है। सरकार के प्रति असंतोष का भाव ब्राह्मण समाज में तेजी से पनप रहा है। समाज के लोगों को लगता है कि उन्हें हाशिए पर पहुंचाने के लिए एक षड्यंत्र रचा जा रहा है।
प्रदर्शन में शामिल हुए प्रमोद शर्मा ने कहा, "गाजियाबाद में ब्राह्मण समाज के कई लोगों की हत्याएं की गई हैं। हम लोगों ने इन हत्याओं के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर जिला अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया। ब्राह्मण समाज के युवकों का मनोबल गिराने के लिए पुलिस ने फर्जी मुकदमे दर्ज किए। हम लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया। नोएडा में भी इसी तरह मुकदमा दर्ज करके ब्राह्मण समाज के युवकों को जेल भेजा गया है।"
उप जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए गौतमबुद्ध नगर कलेक्ट्रेट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अतुल शर्मा ने कहा, "सैकड़ों ब्राह्मणों की हत्या हो चुकी हैं। राज्य में "ठोको नीति" के चलते कई ब्राह्मणों को मार दिया गया है। 2017 में ऊंचाहार में पांच ब्राह्मण जिंदा जला दिए गए थे। लखनऊ में मैनेजर विवेक तिवारी की 28 सितंबर 2018 को हत्या कर दी गई। हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की गई। गोरखपुर में राजकुमार तिवारी, सत्य प्रकाश शुक्ला की हत्या की गई।"
वीरेंद्र कौशिक ने कहा, "उत्तर प्रदेश में ब्राह्मणों की सूची बहुत लंबी है। झांसी में जगदीश उज्जैनिया, उनकी मां कुसुम, पत्नी रजनी और बेटी मुस्कान की घर में आग लगाकर हत्या कर दी गई। मेरठ में मुकेश शर्मा की हत्या की गई। बस्ती में आदित्य नारायण तिवारी की हत्या की गई। मैनपुरी के नवोदय विद्यालय में एक हॉस्टल में छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई। जिसकी सही तरह से जांच नहीं की गई। एटा जनपद में ब्राह्मणों की हत्याएं की गई हैं। गाजियाबाद में पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या कर दी गई। गाजियाबाद में विक्रम त्यागी का अपहरण कर लिया गया। इन सब मामलों में अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है।"
प्रदर्शन और जनसभा के बाद ब्राह्मण समाज के प्रतिनिधियों ने एक ज्ञापन उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के नाम उप जिलाधिकारी को सौंपा है। इन लोगों ने राज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। राज्यपाल से मांग की गई है कि ब्राह्मण हत्याओं के पीछे चल रहे षड्यंत्र की निष्पक्ष जांच की जाए। ब्राह्मण समाज के जिन लोगों की हत्या की गई है, उनके परिवारों को आर्थिक सहायता दी जाए। सभा में मुख्य रूप से राजवीर शर्मा, सुधीर शर्मा, सचिन कौशिक, प्रमोद शर्मा, रविंद्र दुबे, संजय शर्मा एडवोकेट, धीरज कौशिक और राजवीर शर्मा शामिल रहे।
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