CCS University मेरठ के फाइनल ईयर एग्जाम शुरू, COVID-19 के लिए किए गए यह इंतजाम

शिक्षा | 4 साल पहले | Harish Rai

Google Image | प्रतीकात्मक तस्वीर



कोविड-19 की वजह से उपजे संकट के बीच Chaudhary Charan Singh University मेरठ की आखिरी वर्ष की परीक्षाएं आज से आरंभ हो गई हैं। आज पहले दिन 2 मंडलों के 9 जिलों में परीक्षाएं आयोजित की गईं। परीक्षाएं दो पालियों में हुई थी। पहली पाली में सुबह 11:30-1:00 बजे तक एमए हिंदी और इंग्लिश की परीक्षाएं थी। दूसरी पाली में दोपहर 2:30-4:00 बजे के बीच बीए हिंदी और एमकॉम की परीक्षाएं आयोजित की गईं। करीब दो लाख छात्र  इन परीक्षाओं में शामिल हुए। परीक्षाएं 3 अक्टूबर तक चलेंगी।

कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए सभी परीक्षा केंद्रों को पूरी सावधानी बरतने का निर्देश दिया गया था। सभी संस्थानों के मुख्य द्वार पर ही छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। साबून या हेंड वाश से हाथ धोने के बाद हेंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल करने के पश्चात ही छात्रों को परीक्षा कक्ष में घुसने की इजाजत दी गई। सभी संस्थानों ने छात्रों को कोविड-19 से बचने के लिए सुरक्षा मानकों का पालने करने के लिए पहले ही सूचित कर दिया था।

परीक्षार्थियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया था कि वो मास्क पहन कर ही परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। हालांकि कुछ छात्र बिना मॉस्क के आ गए थे। इन्हें परीक्षा केंद्रों पर मॉस्क उपलब्ध कराया गया। मॉस्क पहनने के बाद ही उन्हें मुख्य द्वार से अंदर जाने की अनुमित दी गई। पहली पाली में कम छात्र पहुंचे। परंतु दूसरी पाली में छात्रों की पूरी उपस्थिति रही।

परीक्षा कक्ष में भी सोशल डिस्टेशिंग का पूरा ख्याल रखा गया था। जिन परीक्षा कक्षों में 40 छात्रों के बैठने की व्यवस्था थी उनमें सिर्फ 15 -20 परीक्षार्थियों को ही बैठाया गया। हर परीक्षार्थी के बीच में 2-3 मीटर की दूरी रखी गई थी। परीक्षार्थियों के बैठने से पूर्व सभी सीटों/बेंचों और परीक्षा कक्ष को सेनेटाइज किया गया। दूसरी पाली में छात्रों के अपनी सीट पर पहुंचने से पहले ही सेनेटाइजेशन की प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी।

छात्रों को अनावश्यक इधर-उधर घुमने की मनाही थी। पूरी परीक्षा सीसीटीवी कैमेरे की निगरानी में संपन्न कराई गई। पहले दिन की परीक्षा में कोई विसंगति सामने नहीं आई। सभी संस्थानों को पहले ही निर्देश दे दिया था कि सीसीटीवी में किसी तरह की खामी हो तो उसे ठीक करा लिया जाए।

एक दिन पूर्व सोमवार को ही विश्वविद्यालय परीक्षा प्रबंधन की तरफ से सभी परीक्षा केंद्रों, संस्थानों और महाविद्यालयों को परीक्षा और कोरोना संबंधी दिशानिर्देश जारी कर दिए गए थे। इसमें स्पष्ट किया गया था कि 40 छात्रों के बैठने की क्षमता वाले हर परीक्षा कक्ष में 20 -25 परीक्षार्थियों को ही बैठने की अनुमति है। ऐसे हर कक्ष में एक कक्ष निरीक्षक तैनात किया जाएगा। ऐसे चार परीक्षा कक्ष के लिए एक विशेष कक्ष निरीक्षक की तैनाती होगी जो इन चारों कक्ष पर निगरानी रखेगा।

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