Big News: पूरे दिल्ली-एनसीआर में होम डिलीवरी शुरू हुई, लॉक डाउन में लोगों को बड़ी राहत मिली

Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो



कोरोना वायरस से बचाव के लिए जारी लॉक डाउन के बीच राहत देने वाली बड़ी खबर आई है। अब पूरे दिल्ली-एनसीआर में सामान की होम डिलीवरी की जा सकती है। लोग ऑनलाइन ऑर्डर कर सकते हैं। दिल्ली के पुलिस कमिश्नर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद के जिलाधिकारी ने यह आदेश जारी कर दिए हैं।

गौतम बुद्ध नगर और गाजियाबाद के लोग किसी भी ई-कॉमर्स साइट-एप से सामान ऑर्डर कर सकते हैं। उनके घर डिलीवरी कर दी जाएगी। इस संबंध में गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी ने आर्डर जारी कर दिया है। दूसरी ओर गाजियाबाद में सभी ई-कॉमर्स कंपनियों के अधिकारियों को बुलाकर प्रशासन ने होम डिलीवरी शुरू करने की इजाजत दे दी है।

गौतम बुद्ध नगर के जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और जिले के सभी हिस्सों में डोर टू डोर डिलीवरी पर अब कोई पाबंदी नहीं है। अब लोग अमेजॉन, स्नैपडील, बिग बास्केट, मिल्क बास्केट, 24 सेवन, डीटीडीसी जैसी और तमाम दूसरी जितनी भी डोर टू डोर डिलीवरी कंपनी है, उनकी सेवाएं ले सकते हैं। डीएम ने बताया कि डिलीवरी करने वाले स्टाफ को किसी भी तरह के पास की आवश्यकता नहीं होगी। उन्हें मांगने पर केवल कम्पनी की ओर से दिया गया अपना आईडी कार्ड दिखाना होगा।

दूसरी ओर गाजियाबाद में भी जिला प्रशासन ने ई-कॉमर्स और डोर टू डोर डिलीवरी करने वाली कंपनियों के अधिकारियों के साथ बैठक की है। गाजियाबाद के डीएम डॉ अजय शंकर पांडे ने बताया कि जिले में ई-कॉमर्स कंपनियों और होम डिलीवरी करने वाली कंपनियां काम कर सकती हैं। लोग ऑर्डर कर सकते हैं और सामान मंगवा सकते हैं। किसी भी डिलीवरी ब्वॉय, कर्मचारी या उनके वाहनों को नहीं रोका जाएगा।

वहीं, दिल्ली के पुलिस कमिश्नर ऑफिस से इस आशय का ऑर्डर जारी कर दिया गया है। ऑर्डर में लिखा गया है कि होम डिलीवरी करने वालों को पुलिस नहीं रोकेगी। किसी पास की जरूरत नहीं है। कर्मचारी के पास अपनी कम्पनी का आईडी कार्ड होना चाहिए।

आपको बता दें कि 2 दिन पहले लागू हुए नेशनल लॉक डाउन के दौरान लगभग सभी सेवाएं बंद हो गई थीं। जिसके बाद लोगों में ऊहापोह की स्थिति बन गई थी। लोग घरेलू सामान खरीदने और जमा करने के लिए स्टोर्स पर भीड़ लगाकर खड़े हो रहे थे। इस समस्या के कारण सरकार ने डोर टू डोर डिलीवरी और ठेली-फेरी वालों को सामान बेचने की इजाजत दी है।

अधिकारियों का कहना है कि लॉक डाउन का मतलब लोगों को परेशान करना नहीं है। केवल सोशल डिस्टेंसिंग बना कर रखना है। ऐसे में लोग बताए गए एहतियात का पालन करके डोर टू डोर डिलीवरी का लाभ ले सकते हैं। लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग और सैनिटाइजेशन का ध्यान रखना है।

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