चालान कटने पर बोले कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल- आम हो या खास, कायदे सबसे बड़े

Tricity Today | Mohit Agarwal IPS



कानपुर जोन के आईजी मोहित अग्रवाल का शुक्रवार को उनके एसएचओ ने चालान काट दिया। दरअसल, आईजी कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र में शिव नगरी कंटेनमेंट जोन का दौरा करने गए थे। वह कार से उतरे और मास्क लगाना भूल गए। हालांकि, चंद सेकेंड बाद ही उन्हें अपनी गलती का एहसास हो गया और उन्होंने कार से मास्क उठाकर लगा लिया। लेकिन खुद आईजी ने इंस्पेक्टर से कहा कि उन्होंने गलती की है और इसके लिए उनका चालान काटा जाना चाहिए।

इस मसले पर ट्राइसिटी टुडे ने कानपुर के आईजी मोहित अग्रवाल से बातचीत की। पूरे प्रकरण के बारे में जानकारी ली। आईजी ने बताया, मैं लॉकडाउन और सीलिंग का जायजा लेने के लिए बर्रा थाना क्षेत्र गया था। मैं कार से उतरा तो मास्क लगाना भूल गया। हालांकि, मुझे बमुश्किल 10 सेकंड बाद ही इस गलती का एहसास हो गया। मैं पीछे मुड़ा और मैंने कार से मास्क निकालकर लगा लिया। लेकिन मुझे अपनी गलती का एहसास हुआ। मैं लोगों से नियम और कायदों का पालन करवाने के लिए शहर में निकला था। ऐसे में यह नितांत आवश्यक है कि मैं खुद सारे नियम-कायदों का पालन करूं।"

आईजी मोहित अग्रवाल ने आगे कहा, "मैंने अपने इंस्पेक्टर से कहा कि मेरा चालान काटिए। एकबारगी इंस्पेक्टर को अटपटा लगा, लेकिन मैंने उनसे कहा कि अगर वह मेरा चालान नहीं काट सकते हैं तो आम आदमी का चालान कैसे काटेंगे। इसके बाद बर्रा पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर ने मेरा ₹100 का चालान काट दिया। मैंने मौके पर ही ₹100 का भुगतान किया। इसके बाद कंटेनमेंट जोन का दौरा किया।"

आईजी मोहित अग्रवाल का कहना है कि इस बात का सभी को ख्याल रखना चाहिए कि आम आदमी हो या खास आदमी हो, वह कानून और नियम-कायदों से बड़ा नहीं हो सकता है। अगर आप नियम और कायदों का पालन नहीं करेंगे तो आपके खिलाफ कार्यवाही होगी। उन्होंने कहा, "मैं सभी लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वह नियमों का पूरी तरह पालन करें। लॉकडाउन का पालन करें। सीलिंग और कंटेनमेंट वाले इलाकों से बिना वजह बाहर निकलने की कोशिश नहीं करें। अगर वह ऐसा करने करेंगे तो पुलिस को मजबूरन कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कार्यवाही करनी पड़ेगी। जुर्माना, मुकदमा और दूसरी सख्त कार्रवाई से बचने के लिए यह जरूरी है कि नियमों का पालन किया जाए।"

आईजी मोहित अग्रवाल और कानपुर पुलिस के इस एक्शन की चर्चा कानपुर ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में हो रही है। आईजी मोहित अग्रवाल से जुड़ी इस घटना के बारे में लोग सोशल मीडिया पर लगातार लिख रहे हैं। लोगों का कहना है कि आईजी मोहित अग्रवाल ने एक अच्छा उदाहरण पेश किया है। जब पुलिस अपने इतने बड़े अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही कर सकती है तो उसे आम आदमी पर भी कार्यवाही करने का नैतिक बल प्राप्त हो जाता है।

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