Tricity Today | प्रतीकात्मक फोटो
लॉकडाउन का दूसरा फेज 3 मई को समाप्त होने वाला है। आगे की रणनीति क्या होगी, इस पर केंद्र और राज्य सरकार ने मंथन शुरू कर दिया है। गुरुवार की देर रात केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर के जिलों को श्रेणीबद्ध किया है। जिन जिलों में कोरोना वायरस का लगातार खतरा बना हुआ है, उन्हें रेड जोन में रखा गया है।
जहां हालात मध्यम दर्जे के हैं, वह ऑरेंज जोन में हैं और जिन जिलों में हालात सामान्य हैं, उन्हें ग्रीन जोन में शामिल किया गया है। मेरठ मंडल में 6 जिले हैं। इनमें से 3 जिलों को रेड जोन में और 3 जिलों को ऑरेंज जोन में शामिल किया गया है। मेरठ मंडल का कोई भी जिला ग्रीन जोन में नहीं है।
रेड जोन, ऑरेंज जोन और ग्रीन जोन को आधार बनाकर ही राज्यों और जिलों में लॉकडाउन की अगली सूरत तय होगी। अब अगर मेरठ मंडल की बात करें तो मेरठ, गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर जिले रेड जोन में डाले गए हैं। दूसरी ओर गाजियाबाद, हापुड़ और बागपत को ऑरेंज जोन में रखा गया है। मेरठ मंडल का कोई जिला ग्रीन जोन में नहीं है। सभी 6 जिले आपस में जुड़े हुए हैं, ऐसे में साफ है कि गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर और मेरठ में लॉकडाउन को किसी भी तरह की रियायत मिलना संभव नहीं होगा।
दूसरी ओर बागपत, गाजियाबाद और हापुड़ को कुछ आंशिक रियायत मिल सकती हैं। हालांकि, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, बुलंदशहर, गौतम बुद्ध नगर और मेरठ के बीच किसी भी तरह का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित ही रखा जाएगा। ऑरेंज जोन वाले 3 जिलों हापुड़, बागपत और गाजियाबाद में आंतरिक गतिविधियां और सामान्य यातायात को मंजूरी दी जा सकती है। यहां रोस्टर के आधार पर दुकानों और बाजार को खोला जा सकता है।
दूसरी ओर गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर और मेरठ में स्थिति यथावत ही रहने की उम्मीद है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक 3 मई यानी रविवार को लॉकडाउन पर अगली घोषणा की जाएगी। संभावना है कि रेड जोन में रखे गए जिलों को अगले 2 सप्ताह के लिए बंद ही रखा जा सकता है।
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