मां-बेटी आत्मदाह मामला: कांग्रेस और एमआईएम के नेताओं पर एफआईआर, जानिए क्या बोले पुलिस कमिश्नर

Google Image | पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय



शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में लोक भवन के सामने दो महिलाओं ने आत्मदाह किया था। इस मामले में कांग्रेस और एमआईएम के नेताओं पर एफआईआर दर्ज की है। अब शनिवार को रिजर्व पुलिस लाइन में पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय और संयुक्त पुलिस आयुक्त (ला एंड आर्डर) नवीन अरोड़ा ने की प्रेस कॉन्फ्रेंस की है।

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने कहा, "कल हुई लोक भवन पर आत्मदाह की घटना में पता चला है कि यह एक आपराधिक साजिश के अनुसार किया गया था। जिसमें कुछ लोगों ने महिलाओं को उकसाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। हमने एमआईएम के नेता कादिर खान और कांग्रेस के नेता अनूप पटेल सहित 4 पर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।"

लोकभवन गेट नंबर-3 पर अमेठी की महिलाओं ने कल आत्मदाह किया था। सुरक्षा में कल बड़ी चूक देखने को मिली है। पुलिस कमिश्नर ने लखनऊ में लोकभवन के सामने आत्मदाह के दौरान लापरवाही पाए जाने पर 4 पुलिसकर्मी सस्पेंड कर दिए हैं। इनमें चौकी इंचार्ज समेत एक हेड कांस्टेबल और कांस्टेबल सस्पेंड कर दिए हैं। हज़रतगंज थानाक्षेत्र में लोकभवन के सामने कल महिला ने खुद को आग लगाई थी।

आपको बता दें कि दो पक्षों में 9 मई को अमेठी के जामो थाना के अंतर्गत नाली का विवाद हुआ है। इस मामले में दोनों पक्षों की तरफ से तहरीर दी गई है। मेडिकल में पता लगा था कि दोनों महिलाओं को गंभीर चोट आई हैं। शुक्रवार की रात एसपी अमेठी ख्याति गर्ग और डीएम अरुण कुमार जामो गांव में गए थे। दोनों ने संयुक्त बयान दिया था। मामले में अमेठी के जामो थाना प्रभारी, हल्का प्रभारी और दो बीट आरक्षी को निलंबित किया गया है। इस पूरे मामले में थाने की भूमिका संदिग्ध मिली है। जिसके बाद मामले में जांच का आदेश दिया है।

दूसरी ओर इस पूरे मामले पर जांच करने के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय ने लखनऊ और अमेठी पुलिस को आदेश दिया था। जिसके बाद शुक्रवार की रात लखनऊ के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा सिविल अस्पताल पहुंचे थे। नवीन अरोड़ा ने महिलाओं और डॉक्टरों से बात की थी। नवीन अरोड़ा ने बताया कि एक महिला की तबीयत बहुत ज्यादा खराब है। दूसरी महिला को डॉक्टरों ने बचा लिया है। महिलाओं का आरोप है कि अमेठी पुलिस ने उनके मामले में समुचित कार्यवाही नहीं की है। जिसकी वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है।

दूसरी ओर जामो के ग्रामीणों का कहना है कि विवाद के बाद दोनों मां-बेटी थाने से लेकर अमेठी की एसपी और अयोध्या के आईजी तक से मिली थीं। उनके मामले में पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। ग्रामीणों ने जामो के एसएचओ और एक दबंग गैंगस्टर के बीच सांठगांठ की बात भी कही है। जिसके बाद एसएचओ पर एसपी ने कार्यवाही की है। इस पूरे मामले को लेकर विपक्ष भी सरकार के खिलाफ हमलावर हो गया है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शुक्रवार की शाम घटना के कुछ देर बाद ही ट्वीट किया। अखिलेश यादव ने कहा कि जिस लोक भवन का निर्माण आम आदमी की समस्याओं को सुनने और समाधान करने के लिए किया गया था, आज उस लोक भवन में बैठी सरकार आम आदमी की ओर ध्यान ही नहीं दे रही है। जिसके चलते लोगों को मजबूर होकर लोक भवन के सामने आत्मदाह करने जैसा घातक कदम उठाना पड़ रहा है। अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को पूरी तरह नाकाम करार दिया है।

कांग्रेस की महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने भी इस मामले पर बयान जारी किया है। प्रियंका गांधी का कहना है कि उत्तर प्रदेश की हालत बेहद खराब है। आम आदमी की समस्याओं पर सरकार का ध्यान नहीं है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और सरकार केवल झूठ और फर्जी आंकड़ों के सहारे चला रहे हैं। एक मामूली सी परेशानी के लिए 2 महिलाओं को मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने आत्मदाह करना पड़ रहा है। इससे ही राज्य की कानून व्यवस्था और सरकार की स्थिति का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है।

बहुजन समाज पार्टी की मुखिया और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी इस प्रकरण को लेकर बयान जारी किया है। मायावती ने इस मामले में ट्वीट किए हैं। उन्होंने कहा है कि यह बेहद दुखद घटना है। इस मामले में सरकार को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए। दोनों मां-बेटे इस स्थिति तक कैसे पहुंची, इसका पता लगाकर जिम्मेदार अधिकारियों पर भी एक्शन लिया जाना चाहिए। सरकार को आम आदमी की समस्याओं का संजीदगी से समाधान करने की जरूरत है।

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