भीम आर्मी चीफ के पुराने ट्वीट बने बवाल की वजह, कई महिलाओं पर बेहद गंदे कमेंट्स, महिला आयोग ने नोटिस भेजा, रावण ने दी सफाई

Tricity Today | Chandrashekhar Azad



भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर उर्फ रावण के कुछ पुराने ट्वीट सामने आए हैं। इन ट्वीट में बेहद अभद्र और भद्दी भाषा का इस्तेमाल किया गया है। गुरुवार को इन ट्वीट्स के स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इन ट्वीट्स की भाषा इतनी गंदी है कि जिसे यहां लिखा भी नहीं जा सकता है। मामला सामने आया तो राष्ट्रीय महिला आयोग ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर उर्फ रावण को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। दूसरी ओर चंद्रशेखर ने मामले में सफाई दी है।

आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर उर्फ रावण के कुछ पुराने ट्वीट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। जिनमें वह बेहद भद्दे और गंदे कमेंट महिलाओं पर कर रहे हैं। वह खुलेआम गालियां दे रहे हैं। महिलाओं पर वेश्यावृत्ति करने के आरोप लगा रहे हैं, जबकि यह महिलाएं कामकाजी, इंजीनियर एंटरप्रेन्योर और सोशल एक्टिविस्ट हैं। इन ट्वीट्स में निशाना बनाई गई महिलाओं ने ही खुद आगे बढ़कर स्क्रीनशॉट ट्विटर और दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शेयर की हैं। जिसके बाद बड़ी संख्या में लोग चंद्रशेखर उर्फ रावण की आलोचना कर रहे हैं। 

महिलाओं की ओर से उत्तर प्रदेश पुलिस, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और महिला आयोग को टैग करते हुए शिकायत की गई हैं। जिन पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने तत्काल संज्ञान लिया और चंद्रशेखर को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है। दूसरी ओर उत्तर प्रदेश पुलिस ने भी को सहारनपुर पुलिस को मामले में जांच करने का आदेश दिया है। ट्विटर पर सहारनपुर पुलिस ने बताया है कि मामले की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है। दूसरी ओर मामला बढ़ता देखकर चंद्रशेखर उर्फ रावण ने सफाई पेश की है। 

मेरे एकाउंट से महिलाओं पर अभद्र भाषा के कुछ ट्वीट वायरल हो रहे हैं, जो कि बहुत निंदनीय है। ज्ञात हो कि सहारनपुर हिंसा के संदर्भ में मैं 08/06/2017 से 14/09/2018 तक जेल में था।

विवादित ट्वीट इसी दौरान के हैं जिस संबंध मुझे जानकारी नही है। मैं महिलाओं का बहुत सम्मान करता हूँ। 1/2 pic.twitter.com/vU5jo4bp43

— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) June 18, 2020

चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया पर ही लिखा है कि वह महिलाओं का बेहद सम्मान करते हैं। यह ट्वीट उन्होंने नहीं किए हैं। जिस वक्त यह सारे ट्वीट किए गए थे, वह जेल में बंद थे। उन्हें नहीं मालूम कि उनका ट्विटर हैंडल उस दौरान किस व्यक्ति ने संचालित किया था। उन्होंने आशंका जताई है कि उनके जेल में रहने के दौरान किन्हीं लोगों ने यह ट्वीट किए होंगे। हालांकि चंद्रशेखर ने इस पूरे मामले के लिए बिना शर्त माफी मांगी है। अब देखना यह है कि चंद्रशेखर को माफी मिलती है या उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू होती है। 

आपको बता दें कि सहारनपुर के रहने वाले चंद्रशेखर उर्फ रावण 2017 में तब राजनीतिक परिदृश्य पर उभरे थे, जब सहारनपुर में ठाकुर और दलितों के बीच संघर्ष हो गया था। उस संघर्ष में चंद्रशेखर दलितों का नेतृत्व कर रहे थे। तत्कालीन जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने चंद्रशेखर पर कई मुकदमे दर्ज किए थे। उन पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई थी। चंद्रशेखर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती को दलितों का राजनीतिक दोहन करने के लिए निशाना बनाते हैं और खुद को एक दलित राजनीति में एक विकल्प के रूप में पेश कर रहे हैं।

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