बड़ी खबर: विधायक तेजपाल नागर की मांग पर सुदीक्षा भाटी के परिवार को 25 लाख की आर्थिक मदद के लिए शासन को भेजी रिपोर्ट

Google Image | विधायक तेजपाल नागर और सुदीक्षा भाटी



दादरी तहसील प्रशासन ने सुदीक्षा के परिवार की आर्थिक मदद के लिए शासन को रिपोर्ट भेज दी है। विधायक तेजपाल सिंह नागर ने परिवार की आर्थिक मदद के लिए जिला शासन से पच्चीस लाख रूपए की मांग की थी। जिसके बाद जिला प्रशासन ने रिपोर्ट तैयार कर संतुति के लिए शासन को भेज दिया है। 

अमेरिका के बाॅबसन काॅलेज में पढ़नी वाली सुदीक्षा की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। सुदीक्षा को पढाई के लिए अमेरिका ने पौने चार करोड़ की स्काॅलरशिप दी थी। उसकी दो लगभग दो वर्ष की पढ़ाई भी पूरी हो चुकी थी। परिवार की आर्थिक स्थिमि कमजोर है। अभी तक सुदीक्षा अमेरिका में पार्ट टाइम नौकरी कर परिवार का खर्चा वहन कर रही थी। मगर उसकी मौत के बाद परिवार के सामने आर्थक संकट है। जिसके लिए क्षेत्रीय विधायक तेजपाल सिंह नागर ने जिला प्रशासन से परिवार की मदद के लिए पच्चीस लाख रूपए की मांग की थी। 

तहसीलदार दादरी राकेश जयंत ने बताया कि जनप्रतिनिधि की मांग पर रिपोर्ट तैयार कर शासन को भेज दी है। इस प्रकार के प्रकरण में रिपोर्ट में धनराशि को स्पष्ट नहीं किया जाता है शासन से पच्चीस लाॅख रूपए से अधिक या कम की भी संतुति हो सकती है। 

गौतलब है कि डेरी स्किनर गांव के रहने वाले जितेंद्र भाटी की बेटी सुदीक्षा भाटी ने एचसीएल फाउंडेशन के स्कूल विद्या ज्ञान से पढ़ाई की थी। वर्ष 2018 की सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में सुदीक्षा ने 98 प्रतिशत अंक प्राप्त किए थे। अच्छे अंक आने के बाद सुदीक्षा को अमेरिका के बाॅबसन कॉलेज में दाखिला मिल गया। जिसके बाद उसे 3.83 करोड़ रुपये की स्काॅलरशिप दी गई थी। जून माह में वह कोरोना संक्रमण में लाॅकडाउन के कारण गांव आई हुई थी। आगामी 20 अगस्त को उसे वापस अमेरिका लौटना था। सोमवार को उसकी मौत हो गई थी।

सुदीक्षा भाटी ने सीबीएसई की 12वीं की परीक्षा में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में  98 फीसदी अंकों के साथ टॉप किया था। सिकंदराबाद के दुल्हेरा गांव के विद्या ज्ञान स्कूल की छात्रा सुदीक्षा भाटी ने 12वीं कक्षा में अंग्रेजी विषय में 95, इतिहास में 100, राजनीति विज्ञान में 96, भूगोल में 99, अर्थशास्त्र में 100 अंक हासिल किए थे। 

सुदीक्षा का चयन साल 2011 में विद्याज्ञान लीडरशिप एकेडमी स्कूल में हुआ। वहीं से उनकी जिंदगी में बदलाव आया था। अब सुदीक्षा बॉबसन कॉलेज से आंत्रेप्रेन्यॉरशिप में ग्रैजुएशन कर रही थीं। सुदीक्षा भाटी बचपन से ही पढ़ने में काफी तेज थीं। आपको बता दें कि स्कूल की ओर से स्कॉलरशिप के लिए अमेरिका में आवेदन किया था। सुदीक्षा का कहना था कि उसका सपना सच हो गया। सुदीक्षा अगस्त 2018 में अमेरिका गई थीं। सुदीक्षा की कामयाबी इसलिए और ज्यादा बड़ी थी क्योंकि वह एक गरीब परिवार से आई थीं। उनके पिता चाय बेचने का काम करते हैं, लेकिन उन्होंने कभी भी इस बात को सुदीक्षा की पढ़ाई के आड़े नहीं आने दिया था।

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