Tricity Today | गाजियाबाद में किसानों को समर्थन देते हुए बोले संजय सिंह- यूपी सरकार और पूंजीपति मिलकर किसानों को लूट रहे हैं
Ghaziabad News : गाजियाबाद में अलग-अलग मुद्दों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। शुक्रवार को एक ओर मधुबन बापूधाम आवासीय योजना में ली गई जमीन का एक समान मुआवजा देने की मांग के लिए किसानों ने महापंचायत की है। दूसरी ओर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के लिए जमीन देने वाले किसान मोदीनगर तहसील में धरना दे रहे हैं। वहां के किसान भी एक समान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। किसानों को समर्थन देने पहुंचे आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा- उत्तर प्रदेश सरकार पूंजीपतियों के साथ है। सरकार और पूंजीपति मिलकर किसानों को लूट रहे हैं।
किसान संघर्ष समिति के बैनर तले गाजियाबाद विकास प्राधिकरण की मधुबन बापूधाम योजना के प्रभावित किसानों ने शुक्रवार को सदरपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में महापंचायत की गई है। मधुबन बापूधाम योजना में जिन 6 गांवों की जमीन शामिल है, उन्होंने महापंचायत में भाग लिया। इतना ही नहीं आसपास के करीब 50 गांवों के प्रतिनिधि भी इस महापंचायत में शामिल हुए हैं। दूसरी ओर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित जमीन के विवाद को लेकर आंदोलन कर रहे किसानों को समर्थन देने के लिए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह महापंचायत में शामिल हुए। उन्होंने किसानों को समर्थन देने का ऐलान किया है।
महापंचायत कर रहे किसानों का कहना है कि जब तक जिला प्रशासन जमीन का एक समान मुआवजा नहीं देगा, तब तक जमीन पर कोई निर्माण नहीं करने देंगे। किसानों ने कहा कि सालों से इस मुद्दे को लेकर जिला प्रशासन और गाजियाबाद विकास प्राधिकरण से बात की जा रही है। अफसर समस्या का समाधान नहीं कर रहे हैं। केवल झूठे आश्वासन दे रहे हैं। अब की बार यह आंदोलन तब तक चलेगा, जब तक गाजियाबाद जिला प्रशासन एक समान मुआवजा लागू करने का फैसला नहीं लेता है।
दूसरी ओर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का एक समान मुआवजा देने की मांग को लेकर मोदीनगर तहसील में किसानों का धरना चल रहा है। शुक्रवार की शाम आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह धरना दे रहे किसानों के पास पहुंचे। उन्होंने सभी किसानों को एक समान मुआवजा देने और गांवों के लिए आवश्यक सर्विस लेन मुहैया कराने की मांग को जायज करार दिया है। संजय सिंह ने कहा, "उत्तर प्रदेश सरकार का किसानों से कोई सरोकार नहीं है। यह सरकार तो पूंजीपतियों की सरकार है। सरकार और पूंजीपति मिलकर किसानों को ठग रहे हैं।"
संजय सिंह ने मक्का की फसल का उदाहरण देते हुए कहा, "मक्का किसान केवल 10 प्रति किलोग्राम की दर से बेचता है। जबकि उद्योगपति 130 रुपये प्रति किलोग्राम के दाम से मक्का बेचते हैं। इसी तरह आलू सड़कों पर पड़ा सड़ जाता है। कोल्ड स्टोर में बर्बाद हो जाता है। किसान को दो रुपये किलो का भाव ही नहीं मिलता। दूसरी ओर कारोबारी आलू से चिप्स बनाकर हजारों रुपए किलो बेच रहे हैं।" दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे के लिए जमीन देने वाले 19 गांव के किसान पिछले 14 महीने से आंदोलन कर रहे हैं। किसान एक समान मुआवजे की मांग कर रहे हैं। तीन दिन पहले किसानों ने घुटनों के बल चल कर नेशनल हाईवे पर प्रदर्शन किया था। इससे पहले कई बार दिल्ली कूच कर चुके हैं। अभी तक इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला गया है।
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