चीन को 300 करोड़ सालाना का झटका देगी ताज नगरी, इन मशीनों का निर्माण शुरू होगा

Tricity Today | Taj Mahal



ताज नगरी आगरा में चीन को टक्कर देने की तैयारी चल रही है। चीन से आयात होने वाले हाईस्पीड पंपिंग सेट अब आगरा में बनाए जाएंगे। इसके लिए शहर के उद्यमियों ने पूरी योजना तैयार कर ली है। अभी तक चीन की इसमें मोनोपॉली है। सालाना करीब 300 करोड़ रुपये के पम्पिंग सेट और ऐसे ही दूसरे उपकरण आगरा में चीन से आयात किए जा रहे हैं।

लघु उद्योग भारती ने इस दिशा में काम शुरू किया है। संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि आगरा में सालाना करीब 200 करोड़ रुपये के पम्प आयात किए जा रहे हैं। यह पम्प पांच से नौ हॉर्स पावर क्षमता वाले होते हैं। हर साल करीब 2.5 लाख पंप सेट चीन से आयात किए जाते हैं। एक पंप सेट की कीमत लगभग आठ हजार रुपये होती है। इनका प्रयोग मुख्य रूप से खेतों में होता है। 

ये हल्के और एल्युमीनियम बॉडी के बने होते हैं। अब इसी गुणवत्त्ता वाले पंप आगरा में बनाए जाएंगे। पम्प बनाने के लिए एक इकाई लगाने की कीमत लगभग 20 करोड़ रुपये आएगी। इसके अलावा जेनरेटर, घास काटने वाली मशीन, स्प्रेयर जैसे उपकरण बनाए जाएंगे। इन उपकरणों के लिए एक से 10 हॉर्स पावर के इंजन का भी निर्माण किया जाएगा। ऐसे करीब 2.5 लाख इंजन चीन से 100 करोड़ रुपये में आयात किए जाते हैं।

आगरा में लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष भुवेश अग्रवाल ने बताया कि हाई स्पीड पंपिंग सेट बनाने का कारखाना लगाने के लिए योजना बनी है। इस प्रोजेक्ट के लिए उन्हें चेयरमैन बनाया गया है। उन्होंने कहा कि जल्द प्रोजेक्ट पर काम शुरू किया जाएगा।

लघु उद्योग भारती के जिला महामंत्री विजय गुप्ता ने बताया कि इस योजना के तहत बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों कक रोजगार मिलेगा। साथ ही चीन का एकाधिकार खत्म हो सकेगा। उन्होंने कहा कि अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अकेले आगरा में पंपिंग सेट, जनरेटर, स्प्रेयर और ग्रास कटिंग मशीन के जरिए चीन 300 करोड़ रुपए कमा रहा है। अगर पूरे उत्तर प्रदेश में देखा जाए तो यह है आयात हजारों करोड़ रुपए का है।

अन्य खबरें