स्पेशल रिपोर्ट : गौतमबुद्ध नगर में इन 5 कुख्यातों पर हुआ बड़ा एक्शन, टूट गई ऑर्गेनाइज्ड क्राइम की कमर

नोएडा | 3 साल पहले | Pankaj Parashar

Tricity Today | गौतमबुद्ध नगर में इन 5 कुख्यातों पर हुआ बड़ा एक्शन



Noida : गौतमबुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नरेट (Noida Police Commissionerate) सिस्टम लागू हुए 2 वर्ष पूरे होने वाले हैं। इस दौरान पुलिस ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं। इनमें ऑर्गेनाइज्ड क्राइम को काबू करना सबसे बड़ी उपलब्धि है। बीते साल 2021 के दौरान गौतमबुद्ध नगर पुलिस (Gautam Buddh Nagar Police) ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के पांच कुख्यात अपराधियों पर सबसे बड़ा एक्शन किया है। इन अपराधियों की अरबों रुपए की प्रॉपर्टी जब्त की गई है। गैंगस्टर एक्ट और एनएसए के तहत कार्रवाई की गई है। पुलिस ने जिले के 12 बड़े अपराधियों को आजीवन कारावास की सजा करवाने में भी कामयाबी हासिल की है। पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह (Alok Singh IPS) के कड़े रुख की बदौलत गौतमबुद्ध नगर में माफियाओं की कमर टूट गई हैं।

1. सुंदर भाटी
इस फेहरिस्त में सबसे पहला और बड़ा नाम ग्रेटर नोएडा के कासना थाने का गैंगस्टर हिस्ट्रीशीटर सुंदर भाटी है। घंघोला गांव के रहने वाले सुंदर भाटी को पहली बार हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट की मजबूत पैरवी के चलते सुंदर भाटी और उसके 11 गुर्गों को बीते साल उम्र कैद की सजा गौतमबुद्ध नगर जिला न्यायालय ने सुनाई है। पुलिस ने सुंदर भाटी और उसके गैंग के 9 सदस्यों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत 73 मुकदमे दर्ज किए हैं। इन सबकी 73.14 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जब्त की हैं। यह कार्रवाई नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी, लोनी और गाजियाबाद में की गई है। सुंदर भाटी और उसका पूरा गैंग फिलहाल जेल में बंद है।

2. अनिल दुजाना
अनिल दुजाना ग्रेटर नोएडा के बादलपुर थाना क्षेत्र में दुजाना गांव का रहने वाला है। अनिल उत्तर प्रदेश पुलिस के हार्डकोर क्रिमिनल्स की लिस्ट में है। उसके खिलाफ गुंडा एक्ट, गैंगस्टर एक्ट और नेशनल सिक्योरिटी एक्ट के तहत कई बार कार्रवाई की जा चुकी है। गौतमबुद्ध नगर में पुलिस कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद अनिल दुजाना और उसके गैंग के 8 सदस्यों पर कड़ी कार्रवाई की गई। इन सबकी 2.39 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी जब्त की गई हैं। अनिल दुजाना फिलहाल जमानत पर है। गौतमबुद्ध नगर में उसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, फिरौती और रंगदारी के 56 मुकदमे चल रहे हैं। अनिल दुजाना ने पिछले साल शादी की है और वह अपनी पत्नी को जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ना चाहता था। गौतमबुद्ध नगर पुलिस की सख्ती के सामने उसे घुटने टेकने पड़े थे।

3. रणदीप भाटी
गौतमबुद्ध नगर में सुंदर भाटी और अनिल दुजाना के बाद तीसरा सबसे बड़ा गैंग रणदीप भाटी का है। इस गैंग का मुखिया रणदीप भाटी फिलहाल जेल में बंद है। रणदीप और उसके चार साथियों के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर के अलग-अलग स्थानों में 25 मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल सारे लोग जेल में हैं। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने पिछले एक साल में रणदीप भाटी गैंग की करीब 4 करोड रुपए की संपत्तियां सीज की हैं। रणदीप भाटी गैंग को सुंदर भाटी गैंग का विपक्षी गुट माना जाता है। दोनों के बीच जिले में गैंगवार आम बात थी। सुंदर भाटी और अनिल दुजाना की तरह रणदीप भाटी भी ऑर्गेनाइज्ड क्राइम में शामिल रहा है।

4. संजय भाटी
गौतमबुद्ध नगर में ऑर्गेनाइज्ड क्राइम की तरह इकोनामिक ऑफेंस बड़ी समस्या बनते जा रहे हैं। जिले में अब तक का सबसे बड़ा आर्थिक अपराध बाइक बोट घोटाला है। देशभर के लाखों निवेशकों को संजय भाटी और उसके गुर्गों ने मिलकर अरबों रुपए का चूना लगाया है।  संजय भाटी और उसकी कंपनी के निदेशकों, साझेदारों और मैनेजमेंट के सदस्यों पर 93 मुकदमे दर्ज हैं। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने संजय भाटी की करीब डेढ़ करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी जब्त की है। संजय भाटी अभी जेल में है। उसके बाकी साथी भी जेल में बंद हैं। अब इस मामले में सीबीआई और ईडी ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है।

5. जसवीर सिंह मान
ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी कांड में 169 अवैध फ्लैटों को बेचने वाले बिल्डर जसवीर सिंह मान पर एनएसए के तहत कार्रवाई की गई। जसवीर सिंह मान ने शाहबेरी इलाके में सबसे ज्यादा लोगों को अवैध फ्लैट बनाकर बेचे थे। इस मामले में अब तक कई बिल्डरों पर शिकंजा कसा जा चुका है। बिसरख कोतवाली में बिल्डर जसवीर सिंह मान के खिलाफ कई धाराओं में मामला दर्ज है। उसने शाहबेरी में बिना प्राधिकरण की अनुमति के सभी नियमों को ताक पर रखकर करीब 250 अवैध फ्लैट बनाए थे। इसमें से 169 फ्लटों को बेचा जा चुका है। जसवीर सिंह मान की 22 करोड़ रुपए की सम्पतियां पुलिस ने जब्त की हैं। इस कांड में अब तक 13 लोगों के खिलाफ 39 मुकदमे दर्ज किए गए और उनकी 48,83,70,000 रुपये की प्रॉपर्टी कुर्क कर ली गई हैं।

6. अन्य मामले
इन बदमाशों के अलावा 16 अन्य उभरते गुंडों के खिलाफ पुलिस कमिश्नर ने कड़ी कार्रवाई की है। सबके खिलाफ गैंगेस्टर अधिनियम के तहत 17 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। इनकी 18.78 करोड़ रुपए की संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं। इनमें से कुछ लोग जमानत पर छूट चुके हैं। कुछ अभी जेल में बंद हैं। कुल मिलाकर पिछले एक वर्ष के दौरान गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नरेट ने 51 गुंडे और माफियाओं पर कार्रवाई करते हुए 148 करोड़ रुपए से ज्यादा की संपत्तियां छीन ली हैं। इन सारे बदमाशों के खिलाफ गौतमबुद्ध नगर, दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश के कई जिलों में 303 आपराधिक मुकदमें चलाए जा रहे हैं।

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