नोएडा में योगी : सीएम ने अफसरों से पूछे 5 सवाल और दीं 5 नसीहत

नोएडा | 4 साल पहले | Pankaj Parashar

Tricity Today | Yogi Adityanath



Yogi Adityanath in Noida : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की सुबह पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 5 जिलों का दौरा शुरू किया है। इस दौरे की शुरुआत नोएडा से हुई है। मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्ध नगर जिले के तमाम पुलिस, प्रशासनिक और विकास प्राधिकरण अफसरों के साथ लंबी बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने जिले के हालात पर तफ़सील से जानकारी ली है। मुख्यमंत्री ने अफसरों से 5 सवाल किए। जिनके जवाब अधिकारियों ने दिए हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री ने अमले को तीन नसीहत दी हैं।

योगी आदित्यनाथ के साथ हुई बैठक में ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी और गौतमबुद्ध नगर में कोरोना नियंत्रण अभियान के प्रभारी नरेंद्र भूषण, गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह, नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी, यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुण वीर सिंह, जिलाधिकारी सुहास एलवाई और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.दीपक ओहरी शामिल हुए।

मुख्यमंत्री के अफसरों से 5 सवाल
  1. जिले में महामारी के हालात क्या हैं : मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्ध नगर जिले में सक्रिय मामलों की संख्या के बारे में पूछा। अस्पतालों में बिस्तरों की उपलब्धता की जानकारी ली। ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाओं के बारे में पूछताछ की। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले के अस्पतालों में फिलहाल बिस्तरों की संख्या पर्याप्त है। आने वाले दिनों में मौजूदा कोविड-19 अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने के लिए काम चल रहा है। ग्रेटर नोएडा के राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान में 100 और बिस्तर बढ़ा दिए गए हैं। अब जिले में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। जीवन रक्षक दवाएं भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हो चुकी हैं।
  2. ग्रामीण इलाकों में फैल रहे संक्रमण पर क्या योजना : योगी आदित्यनाथ ने जिले के गांवों में संक्रमण की वर्तमान स्थिति के बारे में सवाल किया पूछा कि ग्रामीण इलाकों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए बनाई गई योजना पर किस तरह काम किया जा रहा है। गांवों में ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के बारे में मुख्यमंत्री ने जानकारी मांगी। इस सवाल का जवाब भी नरेंद्र भूषण की ओर से दिया गया। नरेंद्र भूषण ने बताया कि सभी अधिकारी जिले के गांवों का भ्रमण कर रहे हैं। निगरानी समितियां और स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में जाकर टेस्टिंग कर रही है। शनिवार को जिले के 24 गांवों में टेस्टिंग कैंप लगाए गए थे। तीनों विकास प्राधिकरण अपने-अपने दायरे वाले गांव में सैनिटाइजेशन ड्राइवर चला रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों का अपग्रेडेशन किया जा रहा है। इन केंद्रों में कोविड-19 मरीजों को इलाज देने के लिए संसाधन एकत्र किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीणों तक हर हाल में कोरोना किट पहुंचाएं। अगर गांव वालों को महामारी से सुरक्षित करने में कामयाब हो गए तो हम जीत जाएंगे।
  3. लॉकडाउन की स्थिति क्या है : मुख्यमंत्री ने महामारी को रोकने के लिए पूरे राज्य में आंशिक लॉकडाउन की घोषणा की है। इस पर जानकारी मांगी। गौतमबुद्ध नगर के पुलिस कमिश्नर आलोक कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री को विस्तार से बताया कि जिले में लॉकडाउन पूरी तरह सफल है। पुलिस आम आदमी को जागरूक कर रही है। जो लोग इसके बावजूद भी बिना वजह घर से बाहर निकल रहे हैं, उनके खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अब तक हुए इंफोर्समेंट एक्शन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। बताया कि पुलिस जिले में किस तरह गांव-गांव जाकर लोगों को संक्रमण से बचाव के उपाय बता रही है। मंदिरों और मस्जिदों से लाउडस्पीकर के जरिए प्रतिदिन अनाउंसमेंट किया जा रहा है। पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम का उपयोग संक्रमण से बचाव के लिए हो रहा है। मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन पर संतुष्टि जाहिर की। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन का सही तरह से पालन होगा तो संक्रमण की श्रंखला टूट जाएगी।
  4. कोविड-19 कंट्रोल रूम की भूमिका कैसी : मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड कोविड-19 कंट्रोल रूम और हेल्पलाइन नंबरों की भूमिका पर सवाल किया। सीएम ने कहा कि कंट्रोल रूम का इस महामारी पर नियंत्रण करने में बड़ा रोल है इसे पूरी तरह सक्रिय रखा जाए अस्पतालों में खाली बिस्तरों की अपडेट सूचनाएं आम आदमी तक पहुंचने चाहिए लोगों को मदद पहुंचाने के लिए जो हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं वह 24 घंटे सक्रिय रहे इस पर जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने मुख्यमंत्री को बताया कि जिले के कोविड-19 तालों में खाली बिस्तरों की जानकारी आम आदमी तक पहुंचाने के लिए एक हेल्प डेस्क ऑनलाइन काम कर रही है जिस पर दिन में दो बार अपडेटेड इंफॉर्मेशन दी जा रही है कोविड कंट्रोल रूम 24 घंटे काम कर रहा है
  5. ऑक्सीजन की आपूर्ति का मैकेनिज्म क्या है : योगी आदित्यनाथ ने अफसरों से पूछा कि जिले में ऑक्सीजन की आपूर्ति किस तरह की जा रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं होनी चाहिए। आइसोलेशन में अपना इलाज कर रहे लोगों तक संपर्क होना चाहिए। रोजाना उनका स्वास्थ्य अपडेट लिया जाए। उन्हें जरूरी सलाह देकर स्वस्थ किया जाए। आइसोलेशन में रह रहे लोगों को ऑक्सीजन मिलने में लापरवाही नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। इस बारे में नरेंद्र भूषण और सीएमओ डॉ.दीपक ओहरी ने मुख्यमंत्री को पूरी जानकारी दी। बताया कि तीनों विकास प्राधिकरण में ऑक्सीजन रिफिलिंग सेंटर स्थापित कर दिए हैं। हाउसिंग सोसायटी, सेक्टरों के सामुदायिक केंद्र और औद्योगिक इकाइयों में आइसोलेशन सेंटर काम कर रहे हैं। नोएडा की मुख्य कार्यपालक अधिकारी ऋतु महेश्वरी ने बताया कि शहर की औद्योगिक इकाइयों में 6000 कोविड-19 हेल्पडेस्क बनाई गई हैं। 500 से ज्यादा आइसोलेशन केंद्र बन चुके हैं। इनमें ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए ऑक्सीजन बैंक और ऑक्सीजन मोबाइल बैंक भी स्थापित किए गए हैं। केवल एक फोन कॉल पर लोगों को ऑक्सीजन का सिलेंडर उपलब्ध करवाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री की अफसरों को 5 नसीहत
  1. लोगों के साथ सहानुभूति रखें : मुख्यमंत्री ने सभी अफसरों को आदेश दिया है कि लोगों के साथ सहानुभूति पूर्वक व्यवहार करें। आम आदमी को सम्मान दें। सभी ने बुरा वक्त देखा है। बहुत सारे परिवारों के सदस्य हमेशा के लिए चले गए हैं। ऐसे में उन्हें किसी भी तरह का और कष्ट या पीड़ा नहीं होनी चाहिए। मरीजों को उपचार देने से लेकर हताहत हुए लोगों के शवों की अंत्येष्टि विधि विधान व सम्मान के साथ करवाएं। 
  2. उद्योगों का निर्बाध रूप से संचालन हो : मुख्यमंत्री ने डीएम और तीनों प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी को कहा है कि उद्योग हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। उद्योगों को निर्बाध रूप से संचालित करते रहें। वहां संक्रमण फैलने से रोकने के सारे उपाय किए जाएं। उद्यमी और कारोबारियों को पूरा सहयोग दिया जाए। उनकी समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करवाएं। उद्योगों में काम करने वाले श्रमिकों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। उनकी जरूरतों का पूरा ख्याल रखें।
  3. गरीबों को तकलीफ नहीं होने दें : मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वक्त बड़ी संख्या में लोग बेरोजगार हैं। लॉकडाउन के कारण बाजार बंद हैं। दैनिक रूप से काम करके परिवार का पालन पोषण करने वाले लोग परेशान हैं। ऐसे लोगों के लिए भोजन की व्यवस्था करें। जरूरत पड़ने पर सामाजिक संस्थाओं का सहयोग लें। कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोना चाहिए। नागरिक आपूर्ति विभाग निम्न आय वर्ग वाले परिवारों को समय पर राशन दें। अपने जिले से श्रमिकों के पलायन को रोकने का भरपूर प्रयास करें। दिल्ली, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से अगर प्रवासी श्रमिक वापस लौट रहे हैं तो उन्हें घर पहुंचने में मदद की जाए। उनकी कोरोनावायरस जांच जरूर करवा ली जाए। उनमें कोई पॉजिटिव मिलता है तो तत्काल उसका उपचार शुरू किया जाए।
  4. फोन चालू रखें और जवाब दें : मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी अफसर और कर्मचारी अपने मोबाइल नंबर हर समय सक्रिय रखें। आम आदमी अगर फोन करें तो उसे सुनें। उन्हें उचित जवाब दें। लगातार काम करने से परेशानी होना स्वभाविक है, लेकिन अपने स्वभाव में चिड़चिड़ाहट और तल्खी नहीं आने दें। हमारा आचरण और अनुशासन ही हमारी पहचान है।
  5. जनप्रतिनिधियों समन्वय बनाएं : योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह वक्त एकजुट होकर और शिद्दत के साथ काम करने का है। सभी अफसरों की जिम्मेदारी बनती है कि जिले के जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय बनाकर काम करें। नियमित रूप से सांसद, विधायक, मंत्री और अन्य जनप्रतिनिधियों से बातचीत करते रहें। जनप्रतिनिधि भी अफसरों कमर दर्शन करें। जरूरी सुझाव उन्हें दे। सभी का मकसद जनता की मदद करना है।

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