नोएडा एक्वा और ब्लू लाइन के यात्रियों के लिए अच्छी खबर : स्काईवॉक प्रोजेक्ट के लिए कंपनी का चयन, अगले 6 महीने में बनकर होगा तैयार

नोएडा | 2 साल पहले | Nitin Parashar

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



Noida : नोएडा प्राधिकरण ने ब्लू लाइन के सेक्टर- 52 और एक्वा लाइन के सेक्टर-51 मेट्रो स्टेशन के बीच स्काईवॉक प्रॉजेक्ट को आगे बढ़ाया है। दोनों स्टेशनों के बीच स्काईवॉक बन जाने के बाद लाखों यात्रियों को सहूलियत मिलेगी। इस स्काईवॉक को बनाने के लिए प्राधिकरण ने एजेंसी का चयन कर लिया है। यह एजेंसी स्काईवॉक और स्वचलित रैंप (ट्रैवलेटर) के लिए, कंक्रीट और लोहे का स्ट्रक्चर तैयारी करेगी। आगे ट्रैवलेटर, एयर कंडीशन और बिजली से जुड़े काम दूसरी एजेंसी करेगी। इसके टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। यह स्काईवॉक दोनों मेट्रो लाइन के नीचे से निकलेगा।

करीब 25 करोड़ रुपये की लागत
इस प्रोजेक्ट से जुड़े नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि दोनों मेट्रो लाइन के बीच नोएडा अथॉरिटी एयर कंडीशनर स्काईवॉक बनाने जा रही है। जिसके निर्माण के लिए एजेंसी का चयन कर लिया गया है। जल्द एग्रीमेंट कर काम शुरू करा दिया जाएगा। स्काईवॉक बनाने में करीब 25 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमें सिविल के काम में करीब 11 करोड़ और विद्युत यांत्रिक के काम में 14 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है। इस स्काईवॉक की लंबाई करीब 480 मीटर होगी। इस पर लगने वाले ट्रैवलेटर की स्पीड 5 मीटर प्रति सेकंड की होगी। यह स्काईवॉक पूरी तरह वाटरप्रूफ होगा।

अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा स्काईवॉक
अब यात्रियों को स्टेशन बदलने के लिए ई-रिक्शा या पैदल का सहारा नहीं लेना पड़ेगा। दो मेट्रो स्टेशनों के बीच स्काईवॉक बनने के बाद आसानी से लोग अपने स्टेशन तक पहुंच सकेंगे। यह स्काईवॉक अब तक नोएडा में बने सभी एफओबी की तुलना में अत्याधुनिक सुविधाओं वाला होगा। इस पर एयरपोर्ट की तरह स्वचलित रैंप (ट्रेवलेटर) भी लगाया जाएगा। इसके बन जाने के बाद यात्रियों की संख्या में और अधिक इजाफा होगा साथ ही सेक्टर-52 और एक्वा लाइन के सेक्टर-51 मेट्रो में आने-जाने में कोई दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा। नोएडा अथॉरिटी ने प्रॉजेक्ट की डीपीआर नए सिरे से तैयार करवाकर यह टेंडर जारी कर दिया है। कंपनी के चयन के बाद स्काईवॉक का निर्माण होना शुरू हो जाएगा। इसको बनने में लगभग 5 महीने का वक्त लगेगा।

नोएडा प्राधिकरण ने उठाया जिम्मा
स्काईवॉक की मांग लंबे समय से मेट्रो यात्रियों के साथ आसपास के लोगों की तरफ से की जा रही थी। यात्रियों की समस्या को देखते हुए यह प्रॉजेक्ट खुद प्राधिकरण ने पूरा करवाने का निर्णय लिया है। इसकी मंजूरी भी बोर्ड से अथॉरिटी ले चुकी है। इस स्काईवॉक की लंबाई करीब 480 मीटर की होगी। इसकी डिजाइन ओरिएन आर्किटेक्टस ने तैयार की है। फिलहाल यात्री मेट्रो बदलने के लिए पैदल और ई-रिक्शा का सहारा लेते हैं। यह ई-रिक्शा मेट्रो के तरफ से ही उपलब्ध करवाए गए हैं। मेट्रो के तरफ से जो पैदल का पथ बनाया गया है उसी के ऊपर स्काईवॉक बनाया जाएगा। एक्वा लाइन में हर दिन करीब 50 हजार यात्री एक्वा लाइन में सफर कर रहे हैं।

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