Noida Breaking : सुपरटेक ट्विन्स टॉवर को गिराने की कार्यवाही शुरू, जिम्मेदार अफसरों पर दर्ज होगी एफआईआर

नोएडा | 3 साल पहले | Pankaj Parashar

Tricity Today | Supertech Twins Tower



Noida News : सुपरटेक ट्विन्स टॉवर (Supertech Twins Tower) को गिराने की कार्यवाही शुरू हो गई है। नोएडा अथॉरिटी (Noida Authority) ने सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टिट्यूट (CBRE Roorki) को चिट्ठी लिख दी है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए अवैध रूप से बने टॉवर को गिराने के लिए नोएडा प्राधिकरण ने बुधवार से प्रक्रिया शुरू कर दी है। बुधवार को सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट को पत्र लिखकर इस मामले में जल्द कार्य योजना देने के लिए कहा है। विशेषज्ञों की एक टीम जल्दी नोएडा आकर टावर देखेगी। दूसरी ओर इस पूरे घोटाले के लिए जिम्मेदार अफसरों पर एफआईआर दर्ज की जाएगी। इसे लेकर एसआईटी और पुलिस कमिश्नर के बीच चर्चा हुई है।

ट्विन्स टॉवर की ऊंचाई 121 मीटर
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत तीन महीने में टॉवर को गिराया जाना है। कोर्ट ने इनको गिराने के लिए सीबीआरआई की मदद लेने का आदेश नोएडा अथॉरिटी को दिया था। सीबीआरई कार्य योजना देगा। ट्विन्स टॉवर की ऊंचाई 121 मीटर है। इस ऊंची इमारत को ध्वस्त किया जाएगा। इनको गिराने में आने वाला खर्च सुपरटेक को वहन करना है। नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों का कहना है कि टावरों को गिराना इतना आसान नहीं है। इस मामले में प्राधिकरण स्तर पर एक टीम गठित की जाएगी।

पुलिस आयुक्त कल एसआईटी से मिले
नोएडा अथॉरिटी में एसआईटी जांच कर रही थी। इसी दौरान बुधवार की दोपहर अचानक गौतमबुद्ध नगर के पुलिस आयुक्त आलोक सिंह नोएडा प्राधिकरण के कार्यालय पहुंच गए। उन्होंने करीब 40 मिनट तक एसआईटी के अध्यक्ष संजीव मित्तल के साथ बैठक की। खास बात यह है कि आलोक सिंह एसआईटी के सदस्य नहीं हैं। पुलिस आयुक्त का एसआईटी से मिलने के लिए पहुंचना कई बड़े संकेत दे रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले में आरोपी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर करवाई जा सकती है। इसे लेकर मेरठ के अपर पुलिस महानिदेशक राजीव सब्बरवाल और पुलिस आयुक्त के बीच चर्चा हुई है।

सेक्टर-20 कोतवाली के इंस्पेक्टर बुलाए गए
नोएडा प्राधिकरण का कार्यालय सेक्टर-6 में है। यह सेक्टर-20 कोतवाली क्षेत्र में आता है। कोतवाली के इंस्पेक्टर मुनीष चौहान को भी बुलाया गया था। इस मामले में आरोपियों के खिलाफ जल्दी एफआईआर दर्ज की जा सकती है। हालांकि, पुलिस आयुक्त आलोक सिंह का कहना है कि वह औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल से सिर्फ व्यक्तिगत रूप से मिलने गए थे। एसआईटी ने बुधवार को सुबह साढ़े नौ से शाम करीब छह बजे तक जांच की। गुरुवार सुबह एक बार फिर एसआईटी प्राधिकरण कार्यालय पहुंचकर जांच करेगी। गुरुवार की दोपहर एसआईटी वापस चली गई है।

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