उपलब्धि: आईएमएस नोएडा की 6 छात्राओं ने रचा इतिहास, बनीं यूनिवर्सिटी टॉपर

नोएडा | 3 साल पहले | Harish Rai

Tricity Today | आईएमएस की 6 छात्राओं ने रचा इतिहास



इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज, (आईएमएस) नोएडा की छात्राओं ने चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी की वर्ष 2020 के नतीजों में सबसे ज्यादा अंक हासिल कर जिले का नाम रौशन किया है। सीसीएस विश्वविद्यालय ने सत्र 2019-20 के आखिरी साल का परिणाम जारी कर दिया है। इसमें आईएमएम, नोएडा की मास्टर ऑफ इंटरनेशनल बिजनेस की छात्रा इशिता दीक्षित और रुचि कतियार ने सर्वाधिक अंक प्राप्त किया है। जर्नलिज्म में मास्टर की छात्रा आयुषी मित्तल, ज्योती, मोनिका सिंह और करिश्मा कुमारी ने सर्वाधिक अंक वाले पांच छात्रों की लिस्ट में अपना नाम दर्ज कराया।

विश्वविद्यालय की वर्ष 2020 के परीक्षा परिणाम में 2500 अंक की परीक्षा में एमआईबी की छात्रा इशिता दीक्षित ने 1866 और रुचि कतियार ने 1823 अंक हासिल किया है। एमजेएमसी में 2000 अंकों की परीक्षा में आयुषी मित्तल ने 1534, ज्योती ने 1482, मोनिका सिंह ने 1460 एवं करिश्मा कुमारी ने 1451 अंक प्राप्त कर संस्थान और जिले का मान बढ़ाया है। 

आईएमएस नोएडा के प्रसिडेंट राजीव कुमार गुप्ता ने अधिकतम अंक प्राप्त करने वाले सभी छात्राओं को सफलता की बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे शिक्षकों और छात्रों की मेहनत का नतीजा है। आईएमएस, नोएडा के विद्यार्थी पिछले 9 वर्षों से टॉप श्रेणी में अपना और संस्थान का नाम दर्ज कराते आ रहे हैं। संस्थान की कोशिश छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मुहैया कराना है। उन्होंने कहा कि संस्थान के मैनेजमेंट, जनसंचार, और लॉ के छात्र निरंतर चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी में सर्वाधिक अंक का रिकॉर्ड बनाते आ रहे हैं।

संस्थान की निदेशिका डॉ कुलनीत सुरी ने भी सभी टॉपर्स को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह हमारे संस्थान के छात्रों के लिए खुशी की बात है। इससे पहले भी आईएमएस के छात्र एवं छात्राएं बीएएलएलबी, एलएलबी, बीजेएमसी, एमजेएमसी और एमआईबी कोर्स की परीक्षा में अव्वल रह चुके हैं। संस्थान की डीन डॉ मंजु गुप्ता ने कहा कि आईएमएस, नोएडा शिक्षा में उच्चतम शिखर तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षकों और छात्रों के अथक श्रम से यह संभव हो सका है। हमें आशा है कि छात्र आगे भी इसी तरह सफलता हासिल करते रहेंगे।

टॉप करने वाली सभी छात्राओं ने इसके लिए संस्थान को प्रेरक बताया। उन्होंने कहा कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान भी फैकल्टी ने ऑनलाइन शैक्षणिक गतिविधियां जारी रखीं। विद्यार्थियों को हर तरह से पढ़ने की सुविधा दी गई। संस्थान ने नए तरीकों से हमारे कोर्सेस की पढ़ाई जारी रखी। साथ ही परिजनों ने भी पढ़ाई में सहयोग दिया। शिक्षकों और परिजनों के मार्गदर्शन से हमें ये मुकाम हासिल करने में सफलता मिली है।

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