Noida Free Parking : हजारों गाड़ियां की सुरक्षा कौन करेगा?, प्राधिकरण और ठेकेदार ने किए हाथ खड़े

नोएडा | 2 साल पहले | Nitin Parashar

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो



Noida : पार्किंग में खड़ी हजारों गाड़ियां की सुरक्षा कौन करेगा। पुरानी कंपनियों के अनुबंध का समय खत्म हो गया है और नई कंपनियों का चयन नहीं हो सका है। ऐसे में उन हजारों गाड़ियों की देखभाल को लेकर सवाल खड़ा हो गया है जो अलग-अलग हिस्सों में कई दिन से पार्किंग में खड़ी हुई हैं। सेक्टर-15 अलका सिनेमा के पास, सेक्टर-62, 63 समेत कई ऐसी जगह हैं जहां गाड़ियां खड़ी हुई हैं। ऐसे में इन गाड़ियों की गुरुवार से देखभाल कौन करेगा, इसको लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। पार्किंग ठेकेदारों का कहना है कि जब हमारा अनुबंध ही खत्म हो गया है तो गाड़ियों की देखभाल के लिए कर्मचारियों की की ड्यूटी लगाना हमारे लिए संभव नहीं है। वहीं प्राधिकरण अधिकारियों का कहना है कि जब ठेकेदारों के कर्मचारियों ने पार्किंग की पर्ची काटी है तो उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी संबंधित ठेकेदार की है।

सेक्टर-18 पार्किंग इस दायरे में नहीं
सेक्टर-18 में सड़कों पर होने वाली पार्किंग मुफ्त नहीं रहेगी। यहां पहले की तरह ही शुल्क वसूला जाएगा। इसके अलावा सेक्टर-18 और 38ए में बनी बहुमंजिला के अलावा सेक्टर-1, 3 और 5 में पार्क के नीचे बनी पार्किंग में भी पहले की तरह ही गाड़ी करने पर शुल्क देना पड़ेगा।

58 जगह बनी पार्किंग फ्री
शहर की सड़कों पर करीब 58 जगह बनी पार्किंग में गुरुवार से लोगों को पैसे नहीं देने पड़ेंगे। यहां मुफ्त में वाहन खड़े कर सकेंगे। इसकी वजह यह है कि यहां जिन ठेकेदारों के पास पार्किंग का ठेका था, वह बुधवार को समाप्त हो गया। अब नए ठेके होने तक पार्किंग की व्यवस्था मुफ्त रहेगी। अगर कहीं पर पार्किंग शुल्क वसूला जाता हुआ मिला तो संबंधित ठेकेदार के खिलाफ प्राधिकरण एफआईआर दर्ज कराएगा। मुफ्त पार्किंग की वजह से गुरुवार से शहर में व्यवस्था बिगड़ सकती है। वाहन खड़े करने को लेकर लोगों के बीच विवाद हो सकते हैं। जाम की समस्या का सामना भी लोगों को करना पड़ सकता है।

ठेकेदार ने प्राधिकरण को नहीं दिया बकाया
नोएडा प्राधिकरण क्लस्टर नंबर- 1, 3 और 5 में निजी कंपनियों के जरिए पार्किंग का संचालन करवा रहा है। अब इन कंपनियों का ठेका बुधवार को समाप्त हो गया। करीब तीन साल से शहर की सड़कों पर पार्किंग के नाम पर वसूले जा रहे शुल्क से ठेकेदार कमाई कर रहे हैं जबकि प्राधिकरण का बकाया नहीं दे रहे हैं।  इन पर करीब 20 करोड़ रुपए का बकाया है। इसमें से कुछ ही पैसा ठेकेदारों ने प्राधिकरण में जमा कराए है। पैसा जमा नहीं करने वाली ठेकेदार कंपनी को ब्लैक लिस्ट किया जा रहा है। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि गुरुवार से लोग मुफ्त में संबंधित पार्किंग में वाहन खड़े कर सकते हैं। इस संबंध में बोर्ड और पोस्टर भी लगवाए जाएंगे। नई कंपनियों के चयन के लिए टेंडर जारी किए जा रहे हैं। एक से डेढ़ महीने में कंपनी का चयन कर लिया जाएगा।

पार्किंग में खड़ी गाड़ियों की देखभाल?
पुरानी कंपनियों के अनुबंध का समय खत्म हो गया है और नई कंपनियों का चयन नहीं हो सका है। ऐसे में उन हजारों गाड़ियों की देखभाल को लेकर सवाल खड़ा हो गया है जो अलग-अलग हिस्सों में कई दिन से पार्किंग में खड़ी हुई हैं। ऐसे में इन गाड़ियों की गुरुवार से देखभाल कौन करेगा, इसको लेकर कोई जिम्मेदारी नहीं ले रहा है। 

सेक्टर-18 पार्किंग इस दायरे में नहीं
सेक्टर-18 में सड़कों पर होने वाली पार्किंग मुफ्त नहीं रहेगी। यहां पहले की तरह ही शुल्क वसूला जाएगा। इसके अलावा सेक्टर-18 और 38ए में बनी बहुमंजिला के अलावा सेक्टर-1, 3 और 5 में पार्क के नीचे बनी पार्किंग में भी पहले की तरह ही गाड़ी करने पर शुल्क देना पड़ेगा।

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