Noida News : ठंड में सो रहे भिखारियों के लिए देवदूत बने सीईओ, खाने से लेकर रहने तक की कराई व्यवस्था

नोएडा | 5 महीना पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | CEO ने गाड़ी रुकवाकर भिखारियों से की बात।



Noida News : नोएडा में नए साल के बाद तापमान में लगातार गिरावट के साथ ठिठुरन भी बढ़ गई है। हाड़ कंपा देने वाली ठंड और कोहरे के कारण लोगों का घर से बाहर निकलना दूभर हो गया है। कड़कड़ाती ठंड में अक्सर सड़कों से गुजरते वक्त जब हमारी नजर पैसा, खाना मांगते और फुटपाथ पर सोते हुए लोगों पर पड़ती है तो हम उनके लाचारी पर तरस खाते हैं। इन लोगों की दुश्वारियों को देखते हुए नोएडा प्राधिकरण के सीईओ डॉ. लोकेश एम. का दिल पसीज गया। वह इनके लिए देवदूत बनकर पहुंचे। सीईओ ने अट्टा बाजार में सड़क किनारे करीब 50 से ज्यादा भिखारियों से मिलकर बातचीत कर सभी के लिए रहने की व्यवस्था कराई।
रैन बसेरे में भेजा
नोएडा अथॉरिटी ने छह सर्किल में रैन बसेरे बनाए हैं। यहां करीब 220 लोगों के रुकने की व्यवस्था है। इसके बाद भी लोग सड़कों पर खुले में रात बिता रहे हैं। यही नहीं, इन लोगों को रैन बसेरे तक पहुंचाने के लिए प्राधिकरण की ओर से ई-रिक्शा तक चलाए गए, लेकिन ये नहीं गए। बुधवार की रात को सीईओ ने खुद सड़कों पर उतरकर फुटपाथ पर रह रहे लोगों से बातचीत की। इसके बाद गाड़ी बुलवाकर इन सभी को नोएडा के सेक्टर-21ए स्थित रैन बसेरे में भेजा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि शहर में जहां भी इस तरह के लोग सड़कों पर रात बिता रहे हैं, उन्हें रैन बसेरे तक पहुंचाया जाए। साथ ही उनके खाने का भी इंतजाम किया जाए।

इन जगहों पर बने रैन बसेरे
सीईओ लोकेश एम. ने बताया कि वर्क सर्किल-2, 4, 5, 6, 8, 9 और 10 के क्षेत्र में रैन बसेरा का निर्माण किया गया है। इन रैन बसेरों में लोगों के रहने के लिए बिस्तर, ओढ़ने के लिए कंबल, अलाव, पानी की सुविधाएं उपलबध कराई गई हैं। इनमें महिला और पुरुषों के रुकने के लिए अलग-अलग व्यवस्था की गई है। इनके लिए यहां पीने के लिए पानी, शौचालय की व्यवस्था रहेगी। यहां पर खाना भी दिया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण द्वारा सेक्टर-21ए नोएडा स्टेडियम के रामलीला ग्राउण्ड, सेक्टर-62 सामुदायिक केन्द्र, ग्राम-मामूरा बारातघर, ग्राम सोरखा जाहिदाबाद बारातघर, ग्राम-गेझा सामुदायिक केन्द्र, ग्राम-शहदरा पंचायत घर, सेक्टर-135 सामुदायिक केन्द्र और ग्राम कोंडली बारात घर में नोएडा प्राधिकरण ने रैन बसेरों का निर्माण किया है। रैन बसेरे के आसपास शीतलहर से बचाव के लिए प्रतिदिन अलाव जलाने की भी व्यवस्था की गई है।

अन्य खबरें