नोएडा का सबसे बड़ा घोटाला : पूर्व IAS मोहिंदर सिंह ने पूछताछ में 2 बसपा नेता और 8 पीसीएस अधिकारियों के नाम खोले, ED अब कसेगा शिकंजा 

नोएडा | 2 घंटा पहले | Lokesh Chauhan

Tricity Today | मोहिंदर सिंह



Noida News : बिल्डरों से सांठगांठ करके करोड़ों रुपये की जमीन को औने-पौने दाम पर बिल्डरों को देकर घोटाला करने के मामले के साथ लखनऊ और नोएडा में बने स्मारकों के पत्थर घोटाले में नोएडा अथॉरिटी के सीईओ रहे दो रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों से ईडी ने लखनऊ में लंबी पूछताछ की है। इन दोनों अधिकारियों ने बसपा सरकार के दो पूर्व मंत्रियों का नाम लेने के साथ लखनऊ और नोएडा अथॉरिटी में तैनात रहे 8 पीसीएस अफसरों के नाम भी उगले हैं।

मंत्री और पीसीएस अफसरों से पूछताछ की तैयारी 
मायावती सरकार के कार्यकाल में नोएडा और लखनऊ में स्मारक बनाए गए थे। स्मारक घोटाले के दौरान मोहिंदर सिंह नोएडा अथॉरिटी के सीईओ रहने के साथ प्रमुख सचिव आवास विकास भी थे। ईडी की पूछताछ के बाद इस घोटाले में सामने आए दोनों पूर्व मंत्रियों के साथ रिटायर्ड आईएएस अधिकारी रमा रमण को नोटिस देकर पूछताछ करने के लिए बुलाए जाने की तैयारी ईडी द्वारा की जा रही है। इसके अलावा नोएडा और लखनऊ अथॉरिटी में उस समय तैनात रहे 8 पीसीएस अफसरों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। ये 8 पीसीएस अधिकारी इस समय रिटायर्ड हो चुके हैं।

इन दो तत्कालीन मंत्रियों के निर्देश पर होता था हर काम 
मोहिंदर सिंह को पूछताछ के लिए पेश होने के तीन नोटिस ईडी द्वारा जारी किए गए थे। इसके बाद भी वह लखनऊ स्थित ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे थे। चौथा नोटिस जारी होने के बाद 16 अक्टूबर को मोहिंदर सिंह ईडी के लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय पहुंचे थे। मोहिंदर सिंह ने ईडी के अधिकांश सवालों को यह कहकर टालने का प्रयास किया कि बात बहुत पुरानी हो गई है, इसलिए सबकुछ ठीक से याद नहीं है। अधिकांश सवालों के गोल-गोल जवाब देने के बाद जब ईडी ने सख्ती से पूछताछ की तो मोहिंदर सिंह ने तत्कालीन बसपा सरकार के दो मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी और बाबू सिंह कुशवाहा का नाम लेते हुए कहा कि उस समय सरकार में सबकुछ इन्हीं दो मंत्रियों के कहने पर किया जाता था।

लखनऊ अथॉरिटी के वीसी ने भी लिए इन्हीं मंत्रियों के नाम 
माेहिंदर सिंह से पूछताछ करने से पहले ईडी ने उस समय लखनऊ अथॉरिटी के वीसी रहे हरभजन से भी लंबी पूछताछ की। करीब 8 घंटे तक चली पूछताछ में पत्थरों की आपूर्ति, उनकी संपत्तियों और स्मारकों के निर्माण के वर्क ऑर्डर को लेकर सवाल पूछे गए। ईडी की पूछताछ में हरभजन ने भी इस मामले में बसपा के पूर्व मंत्रियों का ही नाम लिया है।

मार्बल की आपूर्ति करने वाले व्यापारी को भी ईडी ने भेजा नोटिस 
ईडी ने स्मारक निर्माण में मार्बल व पत्थर की आपूर्ति करने वाले एक व्यापारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, हालांकेि व्यापारी ने स्वयं ईडी के सामने पहुंचने के बजाय अपने वकील को भेज दिया था, जिसे ईडी ने बिना किसी पूछताछ के वापस भेज दिया। ईडी ने व्यापारी को फिर से तलब किए जाने के लिए नोटिस जारी किया है।

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