NOIDA BREAKING: फेमस अंतरराष्ट्रीय ब्रांड के कपड़े चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश, 6 गिरफ्तार, लाखों का माल बरामद

नोएडा | 3 साल पहले | Harish Rai

Tricity Today | पुलिस की गिरफ्त में चोर



नोएडा सेक्टर -58 थाना पुलिस ने मंगलवार की तड़के सुबह एक बड़े चोर गैंग के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस सेक्टर-62 स्थित फोर्टिस अस्पताल के सामने मुख्य सड़क पर चेंकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान पुलिस को करण, सुभाष, अंकुर, अजय, चंद्र मोहन, समीर द्वेदी और दानिश नाम के संदिग्ध दिखाई दिए। पुलिस ने इन्हें हिरासत में लिया और पूछताछ की तो बड़ा खुलासा हुआ। इनके कब्जे से AGAMYA कंपनी के 110 पैकेट कपड़े के सूट के बंडल मिले। बाजार में इसकी अनुमानित कीमत करीब 22 लाख रूपये है। साथ ही पुलिस ने चोरी की एक बाइक और एक स्कूटी बरामद किया है। सभी आरोपी यूपी-बिहार के रहने वाले हैं।

बंद फैक्ट्री को बनाते थे निशाना
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि नोएडा के सेक्टर-63 के B-18 स्थि EBIZ.COM PVT LTD को जीएसटी विभाग ने सील कर दिया है। इनका एक साथी चंद्र मोहन दिन में इसकी बगल वाली कंपनी में गार्ड की नौकरी करता है और रात में फैक्ट्री में रैकी करता है। वह वहां होने वाली हर गतिविधि की सूचना अपने साथियों को देता था। गार्ड चन्द्रमोहन द्वारा दी जानकारी के मुताबिक यह गिरोह फैक्ट्री में चोरी करता था। 

सड़कें शांत होने का इंतजार करते थे
वारदात के वक्त दानिश व दानिश का साथी समीर बाहर घूम-फिरकर रैकी करते रहते थे। जैसी ही सड़क सुनसान होती थी, ये शातिर कम्पनी से माल चुराकर अलग-अलग बाइक पर रखकर दानिश द्वारा बताये गये स्थान पर पहुंचा देते थे। इनका गिरोह पिछले 5-6 महीने से ऐसी वारदातों में शामिल है। ये चोरी के माल को थोक मार्केट व साप्ताहिक बाजार में लाखों रूपये में बेचते थ। AGAMYA एक फेमस इण्टरनेशनल ब्राण्ड़ है। इसका विदेशों में निर्यात किया जाता है। इसके एक पैकेट की कीमत करीब 20,000 रूपये है। 

सोमवार की रात भी शामिल रहे
सोमवार की रात भी इस गिरोह ने चोरी की घटना को अंजाम दिया। इन्होंने बंद पड़ी फैक्ट्री में कपड़े की चोरी की। पुलिस ने जो माल बरामद किया है, वह भी इसी कंपनी का है। इस गिरोह का सरगना समीर द्विवेदी है। यह बंद पड़ी फैक्ट्रियों को ही टारगेट करते थे। इसके लिए गार्ड की मदद लेते थे। नोएडा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इन सबके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उन लोगों का भी पता लगाया जा रहा है, जिन्हें ये चोरी का माल बेचते थे। जल्द ही सबकी पहचान कर ली जाएगी। 

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