नोएडा से बड़ी खबर : स्टेट लेवल का खिलाड़ी अपनी मां के साथ अनशन पर बैठे, कहा- सहारा ने गरीब परिवार के करोड़ों रुपए हड़पे

नोएडा | 2 साल पहले | Nitin Parashar

Tricity Today | स्टेट लेवल के खिलाड़ी अपनी मां के साथ अनशन पर बैठे



Noida : गढ़ी गांव निवासी एक स्टेट लेवल खिलाड़ी अपनी बीमार मां के साथ सेक्टर-11 स्थित सहारा दफ्तर के सामने 24 घंटो से अनशन पर बैठा हुआ है। युवक ने सहारा समूह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। खिलाड़ी का आरोप है कि सहारा ने उसके करोड़ों रुपए गटक लिए हैं। सहारा पैसे वापस नहीं कर रहा। बता दें, चंद्र किशोर यादव खुद स्टेट लेवल के शूटर हैं। अब वह नेशनल चैंपियनशिप के लिए तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीणों, किसान संगठनों, सामाजिक संस्थाओं और राजनीतिक दलों से मदद की गुहार लगाई है।

अनशन अनिश्चितकालीन तक
चंद्र किशोर यादव ने बताया कि वह मूल रूप से गढ़ी गांव का रहने वाला है। परिवार के लोगों ने पूरी जिंदगी की कमाई सहारा में जमा कराई थी पर अब सहारा हमारा पैसा नहीं दे रहा है। सहारा से पैसा मांगते-मांगते पिता मानसिक रूप से बीमार हो गए हैं। पैसों को लेकर मजबूरन सहारा के गेट पर बैठना पढ़ रहा है। पैसे वापस ना मिलने तक अनशन अनिश्चितकालीन तक चलता रहेगा।

सहारा होम्स प्रोजेक्ट में लगाया पैसा
उन्होंने बताया कि कई साल पहले पिता शिव कुमार यादव ने सहारा होम्स प्रोजेक्ट की लॉन्च हुई योजना में फ्लैट बुक कराया था। उस वक्त फ्लैट का दाम करीब 2 करोड़ रुपए था। सहारा ने फ्लैटों की बुकिंग के लिए पिता ने मोटी रकम सहारा के खाते में जमा की थी। इस प्रोजेक्ट पर पैसे लगाने के बावजूद उन्हें फ्लैट नहीं मिले हैं। प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए तो सहारा प्रबंधन ने उनकी रकम को फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में डाल दिया। वह रकम ब्याज के साथ बढ़ते-बढ़ते लगभग 3.30 करोड़ हो गया। सहारा के अधिकारियों से मिलकर पैसे मांगते हैं तो वह हमें भगा देते हैं। 

“मुझे जेल भेज दो, लेकिन हमारे पैसे दे दो”
पीड़ित ने आरोप लगते हुए बताया कि कुछ दिनों पहले सहारा दफ्तर के गेट पर आकर अनशन पर बैठे था। उसके बाद सहारा प्रबंधन ने उन्हें जेल भिजवा दिया। उस समय मैंने कहा था कि भले ही मुझे जेल भेज दो, लेकिन हमारे पैसे दे दो। उसके बाद सहारा प्रबंधन ने समझौते के बाद पैसे देने का आश्वासन दिया था पर मुझे पैसे नहीं मिले। सहारा कंपनी की वजह से उसके पिता सदमे से अपना मानसिक संतुलन खो चुके है। उनका गाजियाबाद में इलाज चल रहा है। अगर पिता को कुछ हुआ तो उसका जिम्मेदार सहारा समूह होगा।

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