लोकसभा चुनाव में एक गांव ऐसा भी : 42 साल से विकास का इंतजार कर रहे ग्रामीण, दो राज्यों को पार कर नोएडा आएंगे वोटर्स

नोएडा | 9 दिन पहले | Jyoti Karki

Google Image | Dalelpur village



Noida News : उत्तर प्रदेश के आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले हाईटेक शहर नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हर वह मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध है। जिसकी जरूरत एक आम आदमी को होती है और शायद इसी वजह से लोग दूसरे राज्यों से इस शहर में आकर बसे हैं। ताकि वह अपने और अपने परिवार का सही से पालन पोषण कर सकें और अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिला सके लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इस हाईटेक शहर में एक गांव ऐसा भी है। जहां आज तक 1982 के बाद से लेकर अब तक ना तो गांव में बिजली है ना ही सीवर है। ना ही कोई प्राथमिक स्कूल और ना ही कोई सरकारी अस्पताल है इस गांव के लोग आज भी मूल भूत सुविधाओं को तरस रहे हैं गांव के लोगों को मतदान करने के लिए पहले फरीदाबाद से दिल्ली और दिल्ली से उत्तर प्रदेश के नोएडा में जाना होता है या फिर उन्हें नाव के माध्यम से यमुना नदी को पार करना होता है। 

1982 के बाद हरियाणा से नोएडा में आया 
नोएडा में हर वह सुविधा उपलब्ध है जो एक काम आदमी के लिए जरूरी होती है एक तरफ चौड़ी-चौड़ी सड़के, सीवर, पानी, 24 घंटे बिजली की सुविधा के साथ ही ऊंची-ऊंची इमारतें हर किसी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर लेती है इस शहर में सरकारी प्राथमिक स्कूल से लेकर प्राइवेट स्कूलों की भी भरमार है लेकिन इस शहर में एक गांव ऐसा भी है जहां ना सही से सड़क है ना बिजली है ना पानी है ना सरकारी अस्पताल है ना प्राथमिक स्कूल है। गौतम बुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र में स्थित दलेलपुर गांव है जो की लगभग 400 लोगों की आबादी का बसा गांव है 1982 तक यह दलेलपुर गांव हरियाणा में आता था लेकिन 1982 के बाद सीमांकन हुई और यह गांव हरियाणा से कटकर उत्तर प्रदेश में आ गया उसके बाद से इस गांव का आज तक विकास नहीं हो पाया।  

फरीदाबाद से दिल्ली होकर नोएडा वोट देने आते हैं 
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार नेता और अधिकारियों से इस गांव में विकास को लेकर मुलाकात और शिकायत दर्ज कराई हालांकि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में अलग-अलग प्राधिकरण होने के बावजूद भी प्राधिकरण इस गांव का विकास नहीं कर पाया है जिसके चलते गांव के लोग अब गांव छोड़कर दूसरे जगह जाकर बसने को मजबूर है। वहीं देश में लोकसभा चुनाव है जिसके चलते इस गांव के लोग वाहनों में सवार होकर पहले फरीदाबाद जाते हैं और फिर दिल्ली पार कर उत्तर प्रदेश के नोएडा में एंट्री करते हैं और उसके बाद इस गांव के लोग अपने मत का प्रयोग कर पाते हैं। ग्रामीणों ने सीएम योगी आदित्यनाथ से गुहार लगाई है। अब देखना यह होगा कि कब तक अधिकारी अपनी नींद से जागते हैं और इस गांव का विकास कर पाते हैं। 

यमुना नदी के पार है गांव 
दलेलपुर गांव में अगर कोई भी विवाद हो जाता है तो वह नोएडा पुलिस को शिकायत देते हैं। जिस पर पुलिस यमुना नदी पर जाती है और दोनों पक्षों को बुलाकर यमुना नदी के एक तरफ दोनों पार्टियों को खड़ा कर उन्हें चेतावनी देती है। अगर कोई विवाद होता है तो पुलिस यमुना नदी में नाव से पार कर विवाद को सुलझाने जाती है।

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