Prayagraj News : पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश और मध्यप्रदेश में माया जल प्रलय का सर अब यूपी की कई नदियों में देखने को मिल रहा है। यूपी की कई नदियां इन दिनों उफान पर है। इसी कड़ी में संगम शहर प्रयागराज में भी गंगा यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है। बीते चार दिनों की बात माने तो दोनों ही नदियों में तेजी से जलस्तर बढ़ा है। जिससे अब तीर्थ पुरोहितों को काफी परेशानी हो रही है।
नदी में पानी बढ़ने से संगम में रहने वाले अब अपने सामानों को ऊंचे स्थानों पर लेकर जाने लगे है। आने वाले समय मे गंगा यमुना का जलस्तर अभी और बढ़ सकता है। स्थानीय लोगों और तीर्थ पौधों का कहना है कि प्रयागराज में ना के बराबर बारिश हुई है। उसके बावजूद भी दोनों नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, हालात तब देखनी होंगे जब प्रयागराज में भी जोरदार बारिश होगी। बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने वेर गेटिंग लगा दी है। साथ ही साथ जगह जगह पर सावधानी के साइन बोर्ड भी लगा दिए हैं जल पुलिस को भी घाट के किनारे तैनात किया गया है जो समय-समय पर गंगा में स्नान कर रहे लोगों को आगे ना जाने की ताकीद करते हुए नजर आ रहे हैं ।
बताया जा रहा है 2 दिन पहले ही नरोरा डैम से भी पानी छोड़ा गया है। जिसकी वजह से जलस्तर में तेजी आई है। दोनों नदियों के किनारे बैठने वाले तीर्थ पुरोहित भी बढ़ते पानी की वजह से हटने को मजबूर हुए हैं। वे अपने छप्पर और टीन-टपरे लगातार हटाकर पीछे ले जाते हैं तो वहां भी नदियों का पानी पहुंच जाता है। प्रयागराज तीन तरफ से नदियों से घिरा है। शहर के एक तरफ यमुना बहती है और दो तरफ गंगा की जलधारा है। इससे बाढ़ के वक्त तीनों तरफ से शहर घिर जाता है। मध्य प्रदेश की तमाम नदियां यमुना में गिरती हैं। इसी वजह से यमुना भी उफना रही है। इन नदियों में केन, बेतवा और चंबल सबसे ज्यादा बहाव वाली नदियां हैं।
यमुना का बढ़ा हुआ पानी संगम में आकर गंगा से मिलता है, इसी वजह से गंगा में भी पानी लगातार बढ़ रहा है। वहीं, बढ़ते जलस्तर को देखने के लिए लोग भी यहां खूब आ रहे हैं। उधर तीर्थ पुरोहित मनीष मिश्रा का कहना है कि प्रयागराज में तो बारिश नहीं हुई है, लेकिन लगातार जलस्तर बढ़ना है। हालांकि, वह भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं कि जल्द से जल्द प्रयागराज में भी बारिश हो हालांकि मौसम तो बारिश का बनता है, लेकिन बारिश नहीं होती है। उन्होंने कहा कि हर साल की तरह इस बार भी प्रयागराज में बाढ़ आई और मां गंदा लेटे हुए हनुमान जी को भी लैला कर जाए क्योंकि ऐसा होने से प्रयाग प्रयागराज में शांति बनी रहती है।