CDS Helicopter Crash : CDS बिपिन रावत ने प्रयागराज में अक्षय वट को आम जनमानस को दी थी सौगात

Google Image | अक्षय वट



प्रयागराज : देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत का इस तरह से असमय जाना भावुक कर गया। सीडीएस बिपिन रावत जब थल सेना अध्यक्ष थे। तो उन्होंने प्रयागराज में किला के अंदर स्थित अक्षय वट मंदिर आम जनमानस के लिए खोले जाने की सौगात दी थी। उनके आदेश से ही दशकों से आयुध भंडार किला के अंदर मौजूद अक्षय वट को खोला गया था। अगस्त 2018 में उनके प्रयागराज आगमन के बाद ही इसकी भूमिका तैयार हो गई थी। इस दौरान उन्होंने मंदिर के जीर्णोद्धार तथा सुंदरीकरण का भी खाका तैयार कर दिया था। जनरल रावत समेत सभी शहीदों को संगमनगरी में श्रद्धांजलि दी गई।

यमुना किनारे स्थित अकबर के किले में स्थित अक्षय वट दशकों से सेना के अधीन ओडी फोर्ट परिसर के अंदर है। उसे आम जनता के दर्शन के लिए खोलने की अक्सर मांग होती थी। कुंभ मेला 2019 से पहले तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने संगम तथा किले का निरीक्षण किया था। इस दौरान बतौर आर्मी चीफ बिपिन रावत भी उनके साथ मौजूद रहे। अक्षय वट को खोलने की मांग लगातार उठती रहती थी। कुंभ से पहले मुख्यमंत्री तक बात पहुंची तो उन्होंने अक्षय वट को आम जनमानस के लिए खुलवाने का भरोसा दिया। केंद्र सरकार के निर्देश पर तत्कालीन रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण और तत्कालीन थल सेना अध्यक्ष बिपिन रावत 22 अगस्त 2018 को प्रयागराज आए। उन्होंने अक्षय वट का दर्शन पूजन किया। फिर सेना के अफसरों से बातचीत के बाद अक्षय वट को आम जनता के दर्शन के लिए खोलने की अनुमति दे दी। 

जनरल बिपिन रावत ने कुंभ के दौरान सुरक्षा इंतजामों का जायजा लेने के साथ अक्षय वट खोले जाने का रोडमैप तैयार किया। उनके निर्देश के बाद अक्षय वट के रास्ते को साफ सुथरा किया गया। अभी भी यह सेना की निगरानी में रहता है। प्रयागराज आने के दौरान जनरल बिपिन रावत ने पातालपुरी मंदिर के पुजारियों और स्थानीय प्रशासन से वार्ता की। इसके बाद मंदिर खोले जाने तथा अक्षय वट के जीर्णोद्धार की कवायद तेज हो गई। पुजारियों के मुताबिक अक्षय वट का रास्ता उनके आदेश से ही खुला था।

तमिलनाडु में कुन्नूर के पास सेना का हेलीकाप्टर क्रैश होने से जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी सहित अन्य सैन्य अफसरों की मौत की सूचना से सभी स्तब्ध हैं। श्री मंदिर अक्षय वट पातालपुरी पुजारी संघ के प्रबंधक रविंद्रनाथ योगेश्वर का कहना है कि मंदिर में अधिक से अधिक सुविधाएं प्रदान करना उनका लक्ष्य था। इसी क्रम में पातालपुरी में ग्रेनाइट पत्थर लगाये गए। परिक्रमा मार्ग का चौड़ीकरण, पेयजल, लाइटिंग समेत अनेक कार्य कराये गए। पुजारी रविंद्रनाथ और अन्य पुजारियों ने पूर्व आर्मी चीफ सीडीएस बिपिन रावत व उनकी पत्नी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया।

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