Social Media | बम्हरौली एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया
राष्ट्रपति माननीय रामनाथ कोविंद के प्रयागराज आगमन पर बम्हरौली एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री और राज्यपाल तथा अन्य गणमान्य लोगों ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति करीब 6 घंटे संगम नगरी में रहेंगे। ऐतिहासिक इलाहाबाद हाईकोर्ट के परिसर में अधिवक्ता चैंबर और मल्टीलेवल पार्किंग का शिलान्यास करने के अलावा वह झलवा में बनाए जाने वाले राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखेंगे। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एन वी रमन कानून मंत्री किरण रिजिजू और प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव मौर्या भी आयोजन में मौजूद रहेंगे।
हाईकोर्ट में आयोजित कार्यक्रम से ही राष्ट्रपति झलवा में स्थित राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय की आधारशिला रखेंगे। राष्ट्रपति हाई कोर्ट कार्यक्रम में अधिवक्ता चैंबर के लिए 12 मंजिली इमारत व मल्टीलेवल पार्किंग का शिलान्यास करेंगे। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के लाइब्रेरी हॉल में अधिवक्ता एबी सरन के तैल चित्र का भी लोकार्पण किया। नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी का निर्माण झलवा में ट्रिपल आईटी के निकट लगभग 10 हेक्टेयर में किया जाएगा। बम्हरौली एयरपोर्ट से मुंडेरा धूमनगंज सुलेम सराय के रास्ते पर जगह-जगह बैरीकेडिंग की गई है। सुरक्षा का व्यापक इंतजाम किया गया हैं।
प्रयागराज बम्हरौली एयरपोर्ट पर राष्ट्रपति का भव्य स्वागत किया गया। वहां पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और प्रयागराज की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने उनका स्वागत किया। राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द को महापौर अभिलाषा ने शहर की चाबी भेंट की। इसके बाद राष्ट्रपति राज्यपाल और मुख्यमंत्री हेलीकाप्टर से हाई कोर्ट के निकट पोलो ग्राउंड पहुंचे।
पोलो ग्राउंड पहुंचने पर चीफ जस्टिस ने उनका स्वागत किया। वहां से राष्ट्रपति हाई कोर्ट स्थित समारोह स्थल पर कार्यक्रम के लिए पहुंचे। उनके साथ सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस एन वी रमन भी थे। समारोह स्थल पर दीप प्रज्जवलित कर राष्ट्रपति ने कार्यक्रम की शुरूआत की। हाई कोर्ट के मुख्य द्वार से राष्ट्रपति का काफिला हाई कोर्ट परिसर में पहुंचा। इस दौरान मार्ग में वाहनों को रोक दिया गया और चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान तैनात हैं। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए लगभग 400 लोग आमंत्रित किया गया हैै। इसमें हाई कोर्ट के न्यायाधीश और वरिष्ठ अधिवक्ताओं तथा प्रशासनिक अफसर भी शामिल हैैं।